रामपुर

प्यार, इंतज़ार और वतन की चाहत, पूनम को मिली भारतीय नागरिकता, अब पाकिस्तान में अपने मां-बाप से मिलने की तैयारी

Rampur News: यूपी के रामपुर में पाकिस्तानी मूल की पूनम को भारतीय नागरिकता मिल गई है। 12 साल बाद अब वह अपने मायके स्वात वैली जाकर माता-पिता से मिलने का सपना पूरा कर पाएंगी।

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Oct 18, 2025
प्यार, इंतज़ार और वतन की चाहत | AI Generated Image

Poonam gets Indian Citizenship: रामपुर की वीपी कॉलोनी निवासी पूनम के लिए इस दीवाली की रौशनी कुछ खास बन गई है। पाकिस्तान मूल की पूनम को आखिरकार भारतीय नागरिकता मिल गई है। अप्रैल में किए गए आवेदन के बाद महज़ पांच महीने के भीतर केंद्र सरकार ने नागरिकता स्वीकृत कर दी।

पूनम अब 12 साल बाद अपने मायके पाकिस्तान में स्थित स्वात वैली जाकर अपने माता-पिता से मिलने का सपना पूरा कर पाएंगी। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा- “मैंने सोचा नहीं था कि ये दिन इतनी जल्दी आएगा, अब मेरे लिए दीवाली सच में खास बन गई है।”

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2005 में रामपुर की बहू बनीं पूनम

पूनम का रिश्ता साल 2005 में रामपुर के बीपी कॉलोनी निवासी किराना कारोबारी पुनीत कुमार से हुआ था। उस समय वह पाकिस्तान के पेशावर के पास स्वात वैली में रहती थीं। पूनम के पिता दीनानाथ वहां चाय पत्ती के व्यापारी थे। 2004 में उनके पिता ने भारत में बसने का निर्णय लिया और परिवार के कुछ सदस्य दिल्ली आ गए।

पूनम उस दौरान अपनी बुआ के घर दिल्ली में रहने लगीं, जहां बाद में उनकी शादी पुनीत से तय हो गई। शादी के बाद पूनम ने रामपुर को अपना घर बना लिया, लेकिन पाकिस्तान में रह रहे अपने माता-पिता से मिलने की लालसा हमेशा बनी रही।

2013 तक जाती रहीं पाकिस्तान

पूनम ने बताया कि शादी के बाद शुरुआती वर्षों में वह पाकिस्तान अपने मायके जाती थीं। उन्होंने 2013 तक अपने माता-पिता से मिलने के लिए पाकिस्तानी पासपोर्ट और वीज़ा के माध्यम से कई बार यात्राएं कीं। लेकिन पासपोर्ट की वैधता समाप्त होने और नवीनीकरण न हो पाने के कारण उनका पाकिस्तान जाना बंद हो गया। तब से वह भारतीय नागरिकता के लिए लगातार प्रयास कर रही थीं, ताकि कानूनी रूप से अपनी पहचान भारत में स्थायी कर सकें और मायके जाने की उम्मीद बरकरार रख सकें।

नागरिकता के बाद बदलेगी जिंदगी

पूनम ने बताया कि भारतीय नागरिकता मिलने के बाद अब वे आधार कार्ड और पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया शुरू करेंगी। उन्होंने कहा कि नागरिकता न होने के कारण अब तक वे न तो बैंक खाता खोल पाईं और न ही वोटर आईडी बनवा सकीं। अब वे इन सभी सुविधाओं की हकदार हैं। पूनम ने कहा, “अब मैं भारत की नागरिक हूं और यही मेरी पहचान है।” उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत-पाकिस्तान के रिश्ते सुधरें ताकि वह अपने मायके स्वात वैली में अपने माता-पिता से मुलाकात कर सकें।

परिवार में खुशियों की लहर

पूनम का परिवार इस खबर से बेहद खुश है। उनके भाई गगन चावला को साल 2016 में भारतीय नागरिकता मिल चुकी थी। अब पूनम को भी यह अधिकार मिलने से परिवार में दीवाली से पहले ही जश्न का माहौल है। पति पुनीत कुमार ने कहा कि नागरिकता मिलने से पूनम को अब मानसिक शांति मिली है और वह आत्मसम्मान के साथ भारत में अपने अधिकारों का उपयोग कर सकेंगी।

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