MP News: सत्र के दौरान वित्त विभाग एवं आईटी शाखा के अधिकारियों ने पेंशनरों को मोबाइल एप के माध्यम से प्रमाण पत्र अपलोड करने की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया समझाई।
MP News: रेल मंडल के 17 हजार से अधिक पेंशनर्स के लिए खुशखबरी है। प्रति वर्ष पेंशन नियमित मिलती रहे, इसके लिए उनको वर्ष में एक बार नवंबर माह में अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र देना होता है। इसके लिए वृद्धजन को लंबी लाइन, घंटों इंतजार आदि की परेशानी का सामना करना पड़ता रहा है। अब ऐसा नहीं होगा। रेलवे के पेंशनर्स अपने जीवित होने का डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र दे पाएंगे। यह कार्य वे घर बैठकर कर सकेंगे। अब यह प्रमाण पत्र मोबाइल से जमा होगा।
रेलवे पेंशनरों को पेंशन सुविधा निर्बाध रूप से मिलती रहे, इसके लिए हर वर्ष नवंबर माह में जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य होता है। इसी उद्देश्य से पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल द्वारा डिजिटल माध्यम से जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए विशेष जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई है।
वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबंधक नुपूर चौधरी ने बताया मंडल कार्यालय स्थित एनेक्सी हॉल में रेलवे पेंशनधारकों के लिए एक विशेष जानकारी सत्र आयोजित किया गया। इस अवसर पर पेंशनरों को डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की प्रक्रिया, आवश्यकता एवं इसके लाभों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
सत्र के दौरान वित्त विभाग एवं आईटी शाखा के अधिकारियों ने पेंशनरों को मोबाइल एप के माध्यम से प्रमाण पत्र अपलोड करने की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया समझाई। पेंशनर अपने मोबाइल से ही अपनी पहचान और जीवित होने की पुष्टि भेज सकते हैं, जिससे उन्हें अब बैंक या कार्यालय जाकर प्रमाण पत्र देने की आवश्यकता नहीं होगी। यह पहल वरिष्ठ नागरिक पेंशनरों के लिए समय की बचत, पारदर्शिता और सुविधा करेगी।
रतलाम मंडल के सभी पेंशनरों तक यह जानकारी पहुंचाने हेतु विभिन्न स्टेशनों पर नवंबर माह में विशेष सत्र आयोजित किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत 4, 6, 7, 18, 28 नवंबर को रतलाम में, 6 नवंबर को उज्जैन, 7 को दाहोद, 11 को उज्जैन, 12 को इंदौर, 13 को नीमच, 14 को चित्तौड़गढ़, 17 को डॉ. आंबेडकर नगर, 21 को पिपलोद तथा 25 नवंबर को नागदा में कार्यक्रम आयोजित होंगे।
अभियान के लिए वित्त विभाग ने टीम गठित की है, जिसमें सहायक मंडल वित्त प्रबंधक राजेश मीना, वरिष्ठ अनुभाग अधिकारी मुनेश कुमार, वरिष्ठ इंजीनियर (आईटी) रघुनाथ महतो, विकास आलवे, विवेक श्रीवास्तव, हरेन्द्र राठौर, मनोज गुप्ता, धर्मेन्द्र चंदेल, कमलेश धाकड़, शुभम चौहान सहित कार्मिक विभाग के कल्याण निरीक्षक सम्मिलित हैं।