MP News: गरबा पंडाल बनाने के नाम पर निर्दयता से काटे गए नीम-शीशम सहित कई पेड़। निगम का नोटिस भी नेताओं की हेकड़ी के आगे बेअसर, जवाब देने से किया इंकार।
BJP Leader Ignored Notice: नवरात्र शुरु होने से पहले दीनदयाल नगर में गरबा पंडाल (Garba Pandal) के लिए पेड़ों को काटने के मामला उजागर होने के बाद भी रतलाम नगर निगम अमला कुछ नहीं कर सका है। पेड़ों को काटने के मामले में निगम से वार्ड पार्षद संगीता सोनी के पति और पूर्व मंडल अध्यक्ष कृष्णा सोनी (BJP Leader Krishna Soni) और गरबा आयोजन समिति के भरत कुमावत नामक व्यक्ति के नामजद नोटिस नगर निगम ने पत्रिका में 14 सितंबर को निर्दयता : दीनदयाल नगर में छटनी के नाम पर काट दिए नीम व शीशम के पेड़, शीर्षक से समाचार प्रकाशन के बाद जारी किया था।
पार्षद पति और भाजपा नेता की हैकड़ी इतनी की निगम कर्मचारियों से नोटिस लेने से ही इंकार कर दिया। इसके बाद जवाब देने का तो फिर सवाल ही नहीं उठता है। निगमकर्मी से नोटिस नहीं लेने की जानकारी सभी आला अफसरों को है किंतु दोबारा नोटिस जारी करने के बारे में किसी ने सोचा भी नहीं है। (MP News)
शहर की किसी न किसी कॉलोनी में आए दिन पेड़ काटने या पेड़ों की छंटाई के नाम पर बड़ी-बड़ी डालियों की बलि चढ़ाना आम बात है। कुछ ऐसा ही मंगलमूर्ति कॉलोनी में शुक्रवार को शीशम, जामफल, जामुन, गुलाब, नागचंपा पीछे बाउंड्री की तरफ के सारे पेड़ छंटाई के नाम पर काट दिए गए।
इसके पूर्व पार्षद पति सोनी सहित अन्य को उपायुक्त शशी कुमार गडपाले ने जारी किए थे। जवाब देने के लिए दो दिन का समय दिया था। काटी गई लकड़िया कुमावत के घर से बरामद की थी। इसके बाद ही वृक्षों का परिरक्षण अधिनियम 2001 नियम 2002 की धारा 3 में नोटिस जारी किए थे। (MP News)
मैं संविधान में भरोसा करता हूं, मेरी पत्नी पार्षद है और उनके कार्य में हस्तक्षेप नहीं करता। फोन आया था तो निगम कर्मचारी को पेड़ की डाली छटनी करने को कहा था। कर्मचारी ने पेड़ काटा तो मेरी क्या गलती है। मैं नोटिस लेने वाला व जवाब देने वाला कौन होता हूं। नोटिस नहीं लिया, न लिया जाएगा। जो दंड लगाना है निगम लगा सकता है। कृष्णा सोनी, पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष, दीनदयाल नगर
नोटिस जारी किए थे यह सही है, जवाब आया या नहीं, यह फिलहाल याद नहीं है। जवाब नहीं आया होगा तो पुनः स्मरण पत्र भेज दिया जाएगा। अन्य कहीं किसी ने पेड़ काटे है तो नियम अनुसार नोटिस जारी करेंगे। अनिल भाना, आयुक्त, नगर निगम