Dhanteras 2025: धनतेरस के दिन को खास बनाने के लिए और मां लक्ष्मी को खुश करने के लिए कुछ परंपरागत और धार्मिक रस्में निभाई जाती हैं।उन्हीं में से एक है धनतेरस के दिन धनिया को खरीदना।
Dhanteras 2025: दिवाली से एक दिन पहले धनतेरस मनाया जाता है। यह हिंदू धर्म में एक अत्यंत ही शुभ और पवित्र त्योहारों में से एक है, जो धन की समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।इस दिन को खास बनाने के लिए और मां लक्ष्मी को खुश करने के लिए कुछ परंपरागत और धार्मिक रस्में निभाई जाती हैं।उन्हीं में से एक है धनतेरस के दिन धनिया को खरीदना।धनिया केवल रसोई की खुशबू नहीं बढ़ाता, बल्कि इसे खरीदने और घर में रखने से घर में खुशहाली और संपत्ति की वृद्धि होती है ऐसा माना जाता है।यह भी माना जाता है कि धनिया को खरीदकर पीसने की परंपरा सिर्फ धार्मिक मान्यता नहीं, बल्कि इसके वैज्ञानिक और स्वास्थ्य लाभ भी हैं। जानिए कैसे…
ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इस दिन धनिए के बीज खरीदते हैं ताकि नए सीजन की अच्छी शुरुआत हो। वहीं, शहरी इलाकों में लोग पूजा के लिए साबुत धनिया लाते हैं। धनतेरस की शाम को सूखे धनिया के बीजों को पीसकर उसमें गुड़ मिलाया जाता है और यह मिश्रण मां लक्ष्मी को नैवेद्य (भोग) रूप में अर्पित किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में धन की हानि नहीं होती और आर्थिक स्थिरता बनी रहती है।धनिया को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इसे खरीदना और पूजा में उपयोग करना घर में समृद्धि को आकर्षित करने वाला कार्य माना गया है।
एक लोककथा के अनुसार, धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और भगवान धनवंतरि की पूजा के दौरान यदि उनके चरणों में धनिया अर्पित किया जाए और सच्चे मन से प्रार्थना की जाए, तो व्यक्ति को मेहनत का पूरा फल मिलता है और जीवन में उन्नति के रास्ते खुलते हैं।पूजन के बाद तैयार किया गया धनिए का प्रसाद सभी घरवालों को बांटा जाता है, जिससे शुभता और सौभाग्य का संचार होता है।