mp news: रेलवे स्टेशन की पार्किंग में कड़कड़ाती ठंड में तड़के चार बजे महिला ने नवजात बच्ची को दिया जन्म।
mp news: मध्यप्रदेश के रीवा में मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। भिक्षावृत्ति करने वाली महिला ने खुले आसमान के नीचे नवजात बच्ची को जन्म दिया। न तो कोई अस्पताल था और न ही कोई डॉक्टर। उसका दर्द बांटने वाला कोई परिवार का सदस्य भी नहीं था। कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे नवजात बच्ची ने जन्म लिया जिसको ठंड से बचाने के लिए डिलीवरी के तुरंत बाद मां ने खुद आग जलाई और उसको सीने से लगाकर गर्मी दी। यह घटना रेलवे स्टेशन पार्किंग में रविवार की तड़के करीब चार बजे हुई।
रेलवे स्टेशन परिसर के आसपास भिक्षावृत्ति करने वाली महिला शनिवार को परिसर के बाहर पार्किंग में बैठकर रात गुजार रही थी। उसके साथ महिला का एक छोटा बच्चा भी था। तड़के करीब चार बजे महिला को प्रसव पीड़ा हुई। पार्किंग में घने कोहरे के बीच महिला ने नवजात बच्ची को जन्म दिया। उस समय बच्ची का सहारा सिर्फ उसकी मां थी। महिला ने खुद से ही नाड़ा काटा। ठंड में बच्ची को बचाने के लिए महिला ने तुरंत वहां पर आग जलाई और बच्ची को सीने से लगाकर गर्मी दी। कुछ देर बाद वंदे भारत की सवारियां लेकर ऑटो चालकों के पहुंचने का सिलसिला रेलवे स्टेशन में शुरू हुआ। ऑटो चालकों ने इंसानियत का परिचय देते हुए तत्काल मजबूर मां को संभाला और एम्बुलेंस को सूचना दी जिसके बाद महिला सहित उसकी बच्ची को तुरंत उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल भिजवाया गया है। उनकी जच्चा-बच्चा की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
उक्त महिला दिन भर रेलवे स्टेशन के आसपास भिक्षावृत्ति करती है। रेलवे स्टेशन में आने वाले यात्रियों से भिक्षावृत्ति कर वह अपना जीवन यापन करती है। उसके साथ एक छोटा बच्चा भी रहता है। शाम को वह चोरहटा थाना क्षेत्र में स्थित अपने घर चली जाती थी। शनिवार की रात वह रेलवे स्टेशन में ही रुक गई थी जिसके बाद वहीं पर उसकी प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी। थाना प्रभारी जीआरपी आरएस ठक्कर ने बताया कि रेलवे स्टेशन के सफाई कर्मचारियों ने पार्किंग में महिला की डिलेवरी होने की सूचना दी थी जिस पर थाने में मौजूद स्टाफ मौके पर गया था। ऑटो चालकों ने एम्बुलेंस बुलवाकर महिला और उसकी बच्ची को अस्पताल भिजवा दिया था। महिला रेलवे स्टेशन में ही भिक्षावृत्ति करती थी।