सागर

आ गई डेट… संत रविदास मंदिर का इस दिन होगा भव्य लोकार्पण, 101 करोड़ में बनकर होगा तैयार

MP News: 101 करोड़ की लागत से बन रहा संत रविदास मंदिर फरवरी 2026 में रविदास जयंती पर लोकार्पित होगा। फंड की कमी और खदान बंदी से निर्माण 6 माह लेट हुआ।

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Oct 13, 2025
sant ravidas temple inauguration construction work sagar (Patrika.com)

Sant Ravidas Temple Inauguration: सागर के मकरोनिया के बड़तूमा में बन रहे संत रविदास मंदिर का लोकार्पण 1 फरवरी 2026 को संत रविदास जयंती पर किया जाएगा। मप्र पर्यटन विभाग द्वारा नागर शैली से बनाए जा रहे 101 करोड़ रुपए के इस मंदिर को अगस्त 2025 को पूरा होना था लेकिन 6 माह लेट चल रहे इस प्रोजेक्ट को पूरा करने जोरशोर से तैयारियां शुरु की गई हैं। मंदिर का करीब 30 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है।

मुख्य मंदिर के 5 हजार वर्गफीट पर करीब 65 ऊंचे मंदिर को आकार देने का कार्य किया जा रहा है। अगस्त 2023 में सरकार ने जोरशोर से संत रविदास मंदिर निर्माण कार्य शुरु कराया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने मकरोनिया पहुंचकर मंदिर की आधारशिला रखी थी। मंदिर निर्माण से यह क्षेत्र पर्यटकों से गुलजार हो जाएगा। (mp news)

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निर्माण कार्य पर है केंद्र व राज्य सरकार की नजर

12 एकड़ भूमि में बनाए जा रहे संत रविदास मंदिर व संग्रहालय पर केंद्र व राज्य सरकार की नजर है। निर्माण कार्य नोएडा की यूनिट इंजीवेन्चर कसोटियम एलएलपी एजेंसी कर रही है। एजेंसी दावा कर रही है कि बचे हुए कार्य को तेजी से पूरा किया जा रहा है। पत्थरों की सप्लाई लगातार हो रही है। निर्माण में थोड़ी देर जरूर हुई है लेकिन अब तय समय पर कार्य पूरा हो जाएगा। (mp news)

यह है मंदिर की खासियत

  • जिन पत्थरों से अयोध्या का राम मंदिर बना है, उन्हीं पत्थरों से 66 फीट ऊंचा संत रविदास मंदिर आकार ले रहा है।
  • मंदिर के गर्भगृह में किसी भी प्रकार के लोहे का उपयोग नहीं हो रहा है, केवल पत्थर, रेत, गिट्टी का उपयोग करते हुए मंदिर को भव्य एवं दिव्य रुप दिया जा रहा है।
  • देश-विदेश के साधक व भक्तों के आने पर सुविधा मौजूद रहेगी। आधुनिक संसाधन, रोशनी, पेड़-पौधों से यहां का वातावरण सुकून का अनुभव कराएगा।
  • प्रवेश द्वार के सामने बड़ा जलकुंड बनाया जा रहा है। नक्काशी युक्त मूर्तियों के साथ जलकुंड के आसपास पेड़ पौधे लगाए जाना
  • संग्रहालय की चार गैलरी में संत रविदास की वाणी, कार्य, सामाजिक प्रदान, भक्ति, आंदोलन में भूमिका आदि विषयों को कलात्मक रूप से दर्शाया जाएगा।
  • संगत सभा खंड का आकार फूलों की पंखुड़ियों जैसा बनाया जा रहा है, जो सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण एवं संवर्धन स्त्रोत बनेगा। (mp news)

फंड के अभाव में रुका था काम

नवंबर 2024 से मार्च 2024 तक 4 माह फंड के अभाव में मंदिर के सभी प्रोजेक्टों की गति रुक गई थी। उसके बाद 3 माह तक राजस्थान में पत्थर खदान में प्रतिबंध लग गया था, इसलिए कार्य प्रभावित हुआ। अब कार्य तेजी से शुरु किया गया है। बचे हुआ 20 प्रतिशत कार्य मुख्य मंदिर के स्ट्रक्चर और फिनिशिंग का है। पर्यटन विभाग के असिस्टेंट इंजीनियर मनीष डेहरिया ने बताया कि इसी साल दिसंबर तक मुख्य मंदिर सहित फिनिशिंग कार्य पूरा करेंगे। फरवरी 2026 के पहले सभी कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है ताकि रविदास जयंती पर इसका लोकार्पण किया जा सके। (mp news)

जयंती के पहले मंदिर तैयार हो जाएगा

बजट के अभाव व बारिश के समय खदानों में पानी भर जाने के कारण प्रोजेक्ट 2025 में पूरा नहीं हो पाया है। कार्य तेजी से पूर्ण कराए जा रहे हैं। संत रविदास जयंती पर मंदिर लोकार्पण के लिए तैयार हो जाएगा।- मनीष डेहरिया, असिस्टेंट इंजीनियर, पर्यटन विभाग।

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Published on:
13 Oct 2025 02:48 pm
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