यूपी से आतंकी गतिविधियों में शामिल होने वाले 5 लोगों को गुजरात ATS और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अलावा सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों की दिल्ली में लाल किला ब्लास्ट करने की योजना नहीं थी।
सहारनपुर : देश की राजधानी में हुए धमाके बाद आतंकियों से पूछताछ में एक बड़ा खुलासा हुआ। जम्मू-कश्मीर पुलिस और गुजरात ATS की जांच में जो इनपुट सामने आया उससे यूपी की सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए। जांच में पता चला है कि आतंकी अयोध्या और काशी में विस्फोट करना चाहते थे।
अधिकारियों का कहना है कि यूपी में हाल के दिनों में दो अलग-अलग टेरेरिस्ट मॉड्यूल की गतिविधियां सामने आई थीं। एक को गुजरात ATS ने नाकाम किया, जबकि दूसरी को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने नाकाम कर दिया। इसलिए आतंकियों ने अपना प्लान चेंज किया, ऐसी संभावना है।
सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों की दिल्ली में लाल किला ब्लास्ट करने की योजना नहीं थी। सुरक्षा एजेंसियों की जांच से अबतक ऐसा लग रहा है। क्योंकि विस्फोटक में टाइमर या किसी दूसरी चीजों का इस्तेमाल नहीं किया गया। हड़बड़ी और जल्दबाज़ी में ब्लास्ट हुआ।
यूपी के शीर्ष अफसरों ने बताया, यूपी की सुरक्षा एजेंसियों को जम्मू कश्मीर पुलिस से पिछले महीने ही ये इनपुट मिला था कि तब्लीगी जमात की आड़ में कुछ लोग घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसी के बाद से पुलिस ने तब्लीगी जमात की निगरानी शुरू कर दी थी। ये कवायद DGP मुख्यालय से एजेसियों के इनपुट के आधार पर शुरू हुई।
यूपी से आतंकी गतिविधियों में शामिल होने वाले 5 लोगों को गुजरात ATS और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अलावा सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। इनमें लखनऊ के रहने वाले भाई-बहन, डॉ. शाहीन शाहीद-डॉ. परवेज, डॉ. आदिल, शामली का आजाद सुलेमान शेख व लखीमपुर का मोहम्मद सुहैल को गिरफ्तार किया गया। डॉ. आदिल जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है। वह सहारनपुर के फेमस अस्पताल में काम करता था।