सहारनपुर

अदील का हनीट्रैप मॉड्यूल सक्रिय, कश्मीरी लड़कियों के जरिए बढ़ा रहा था नेटवर्क

Saharanpur News: दिल्ली ब्लास्ट के बाद उत्तर प्रदेश में आतंकियों के नेटवर्क का बड़ा खुलासा हुआ है। सहारनपुर का डॉक्टर अदील कश्मीरी लड़कियों के जरिए यूपी के डॉक्टरों को हनीट्रैप में फंसाता था और इसी जाल के सहारे पूरे राज्य में अपना नेटवर्क मजबूत कर रहा था।

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Nov 14, 2025
ATS की पड़ताल में चौंकाने वाला खुलासा | Image Source - 'X' @IANS

Terrorist adeel honeytrap doctors kashmiri girls: दिल्ली ब्लास्ट के बाद उत्तर प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह एक्शन मोड में हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस, दिल्ली पुलिस और यूपी ATS की संयुक्त छापेमारी लखनऊ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, कानपुर और हापुड़ तक फैल गई। इस कार्रवाई में अब तक यूपी से 5 डॉक्टरों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिन पर आतंकियों के नेटवर्क से जुड़े होने, विस्फोटक उपलब्ध कराने और हनीट्रैप में मदद के आरोप सामने आए हैं।

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हनीट्रैप ऑपरेशन का खुलासा

सबसे बड़ा खुलासा सहारनपुर के डॉ. अदील के बारे में हुआ है। जांच में सामने आया कि वह कश्मीरी लड़कियों के जरिए यूपी के डॉक्टरों को हनीट्रैप में फंसाता था। ATS को उसके 14 मोबाइल फोन से कई संदिग्ध नंबर, चैट और अश्लील तस्वीरें मिलीं। चौंकाने वाली बात यह है कि 2023 से नवंबर 2024 तक वह लगभग एक साल तक घर और नौकरी छोड़कर लापता था, जिसकी कोई जानकारी उसके परिवार या अस्पताल तक को नहीं थी।

एक साल कहां था अदील?

सुरक्षा एजेंसियों के सामने अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि अदील एक साल तक कहा था, किन लोगों के संपर्क में रहा और किस उद्देश्य से? एजेंसियां उसके मूवमेंट, कॉल डिटेल और डिजिटल प्रूफ की गहराई से जांच कर रही हैं ताकि आतंकी संरचना की पूरी तह तक पहुंचा जा सके।

पोस्टर मामले से खुली पहली कड़ी

17 अक्टूबर को श्रीनगर के नौगाम इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाए गए। पोस्टर लगाने वाले आरोपी CCTV में कैद हुए और दो दिन बाद श्रीनगर पुलिस ने केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि इनके पीछे मौलवी इरफान और डॉ. अदील का हाथ है। मौलवी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस सीधे अदील तक पहुंची, जो 1 नवंबर को सहारनपुर में एक निजी अस्पताल में काम करते हुए मिला और 6 नवंबर को उसे ATS ने गिरफ्तार कर लिया।

अस्पताल में छुपाई गई AK-56 राइफल भी बरामद

अदील ने पूछताछ में बताया कि उसके साथ डॉ. मुजम्मिल, उसकी गर्लफ्रेंड शाहीन और डॉ. उमर भी जुड़े हैं। मुजम्मिल फरीदाबाद में अल-फलाह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर था। अदील ने बताया कि उसके पास AK-56 राइफल थी, जिसे उसने अनंतनाग मेडिकल कॉलेज के लॉकर में छिपा रखा था। पुलिस ने छापा मारकर राइफल बरामद की। इसके बाद फरीदाबाद से मुजम्मिल और फिर उसकी गर्लफ्रेंड शाहीन को पकड़ा गया, जिसके पास से AK-47 मिली।

डॉ. परवेज ATS की गिरफ्तारी से पहले डरकर भागा

अदील की गिरफ्तारी के बाद परवेज को शक हो गया कि अब बारी उसकी है। उसने तुरंत इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से ई-मेल के जरिए इस्तीफा दे दिया। उसने दावा किया कि उसे दूसरी नौकरी मिली है, लेकिन वह कहीं जॉइन नहीं हुआ। दिल्ली ब्लास्ट के अगले दिन ATS ने लखनऊ में उसके घर पर छापा मारा और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया।

कानपुर के कार्डियोलॉजिस्ट आरिफ की गिरफ्तारी

डॉ. मोहम्मद आरिफ कानपुर मेडिकल कॉलेज में D.M. की पढ़ाई कर रहा था। NEET सुपर स्पेशियलिटी में 1008वीं रैंक लाकर वह SGPGI में भी चयनित हुआ था, लेकिन उसने जॉइन नहीं किया। वह अशोक नगर में किराए पर रहता था। तड़के ड्यूटी करने के बाद जब वह लौट रहा था, तभी ATS ने उसे रास्ते से पकड़ लिया और उसके कमरे की तलाशी भी ली।

हापुड़ के फारूख की गिरफ्तारी

डॉ. फारूख हापुड़ के जीएस मेडिकल कॉलेज में गायनेकोलॉजिस्ट था। वह हॉस्टल में रहता था। वह जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले का रहने वाला है। उसने अल-फलाह यूनिवर्सिटी से MD की पढ़ाई की थी, जहां डॉ. शाहीन उसकी प्रोफेसर थी। ATS ने पूछताछ के बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया।

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