Sambhal News: यूपी के संभल में एक नकली पुलिसकर्मी ने कबाड़ी को वर्दी पहनकर धमकाया और रंगदारी मांगने की कोशिश की। पिस्टल नकली थी। कबाड़ी और स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंपा। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रंगदारी और अन्य गंभीर आरोपों में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
Fake police extortion caught in Sambhal: संभल के चौधरी सराय क्षेत्र में एक नकली पुलिसकर्मी ने कबाड़ी गय्यूर अहमद को धमकाया और पैसे की मांग की। आरोपी वर्दी पहनकर पिस्टल दिखा रहा था और उलटे सीधे केस में फंसाने की धमकी दे रहा था।
वर्दी पहने व्यक्ति ने कहा, "कबाड़ का काम करते हो और पुलिस से परमिशन नहीं लोगे, तुम लोगों को जेल भेज दूंगा। उलटे सीधे केस में फंसाकर एनकाउंटर कर दूंगा।" यह सुनकर गय्यूर अहमद सकपका गए। आरोपी ने पांच हजार रुपये की मांग की, लेकिन कबाड़ी ने केवल 500 रुपये दिए, जिसे आरोपी लेने के बाद भागने लगा।
कबाड़ी और आसपास के लोगों को उसकी गतिविधि पर शक हुआ। जब सिपाही से पूछताछ की गई तो वह घबरा गया। पिस्टल भी नकली प्रतीत हुई। लोगों ने मिलकर आरोपी को पकड़ लिया और कोतवाली ले गए, जहां फर्जी पुलिसकर्मी होने की पुष्टि हुई।
कबाड़ी की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रंगदारी मांगने और अन्य गंभीर आरोपों में रिपोर्ट दर्ज कर ली। आरोपी ने अपनी पहचान जुनावई थाना क्षेत्र के गांव पुशावली निवासी विशनु बाबू के रूप में कराई। आरोपी बृहस्पतिवार दोपहर करीब 12.30 बजे बाइक से कबाड़ी की दुकान पर आया। बाइक से उतरते ही उसने धमकाना शुरू किया और पांच हजार रुपये की मांग की।
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से वर्दी और उत्तर प्रदेश पुलिस के लोगो बरामद किए। पिस्टल खिलौने जैसी थी, लेकिन देखने में असली लग रही थी। आरोपी ने बताया कि वह इसी तरह लोगों को धमकाता और वसूली करता है।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह पहले हरिद्वार में भी दरोगा बनकर धमकाने के मामले में पकड़ा गया था, लेकिन माफी मिलने पर छोड़ दिया गया था। कोतवाली प्रभारी ने कहा कि आरोपी की बाइक बरामद की गई है और आपराधिक इतिहास की जांच की जा रही है।