UP News: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के रजपुरा क्षेत्र में खेत पर घूमने गई वृद्धा श्यामा देवी पर खूंखार गीदड़ ने अचानक हमला कर दिया। चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और महिला को बचाया। गंभीर रूप से घायल वृद्धा को सीएचसी से हायर सेंटर रेफर किया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
UP News: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के रजपुरा क्षेत्र में खेत पर घूमने गई वृद्धा श्यामा देवी पर खूंखार गीदड़ ने अचानक हमला कर दिया। चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और महिला को बचाया। गंभीर रूप से घायल वृद्धा को सीएचसी से हायर सेंटर रेफर किया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
Jackal attack old woman UP: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के रजपुरा ब्लॉक क्षेत्र से एक दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां खेत में घूमने गई एक वृद्ध महिला पर अचानक खूंखार गीदड़ ने हमला कर दिया। इस अप्रत्याशित हमले में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है।
ब्लॉक रजपुरा क्षेत्र के गांव हैमदपुर निवासी वृद्धा श्यामा देवी बुधवार शाम अपने खेत की ओर गई थीं। खेत में गेहूं की फसल खड़ी थी, जिसे आए दिन जंगली जानवर नुकसान पहुंचा रहे थे। इसी वजह से वह खेत की निगरानी के लिए वहां पहुंची थीं, लेकिन उन्हें अंदाजा नहीं था कि यह कदम उनकी जान पर भारी पड़ सकता है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही श्यामा देवी खेत में पहुंचीं, फसल के बीच छिपा गीदड़ अचानक बाहर निकला और उन पर हमला कर दिया। गीदड़ ने महिला के चेहरे और मुंह पर वार किया, जिससे वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ीं और जोर-जोर से चीखने लगीं।
महिला की चीख सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद लोगों ने गीदड़ को भगाया और महिला को उसकी चपेट से बचाया। इस दौरान ग्रामीणों में डर और अफरातफरी का माहौल रहा।
घटना की सूचना मिलते ही स्वजन मौके पर पहुंचे और आनन-फानन में महिला को निजी वाहन से रजपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार किया, लेकिन हालत गंभीर देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। फिलहाल महिला की स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है।
इस घटना के बाद गांव और आसपास के इलाकों में जंगली जानवरों की बढ़ती आवाजाही को लेकर भय का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि खेतों के आसपास गीदड़ और अन्य जंगली जानवरों की मौजूदगी लगातार बढ़ रही है, लेकिन वन विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।