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संभल में 24 नवंबर हिंसा की पहली बरसी: शहर किले में तब्दील, ड्रोन से निगरानी; पुलिस अलर्ट मोड पर

Sambhal News: संभल में 24 नवंबर की हिंसा की पहली बरसी पर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। विवादित धार्मिक स्थल के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और पूरे शहर में ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है।

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Nov 24, 2025
संभल में 24 नवंबर हिंसा की पहली बरसी: Image Source - 'FB' @SambhalPolice

Sambhal Violence Anniversary: उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर की हिंसक घटना की पहली बरसी पर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। विवादित धार्मिक स्थल के आसपास सुरक्षा के सख्त इंतज़ाम किए गए हैं और पूरे क्षेत्र में पुलिस तैनात की गई है। संवेदनशील बिंदुओं पर सुरक्षा बल तैनात हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।

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ड्रोन कैमरों से सतर्क निगरानी

ड्रोन कैमरों की मदद से पूरे इलाके की निगरानी की जा रही है। पुलिस अधिकारी लगातार सुरक्षा नियंत्रण कक्ष से कैमरों की लाइव फुटेज देख रहे हैं, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। साथ ही ड्रोन से छतों पर रखी संभावित आपत्तिजनक वस्तुओं की जांच भी की जा रही है।

एएसपी ने किया क्षेत्र में फ्लैग मार्च

रविवार दोपहर एएसपी (उत्तरी) कुलदीप सिंह ने पुलिस बल के साथ सत्यवृत पुलिस चौकी से इलाके का दौरा किया। उन्होंने सीसीटीवी कंट्रोल रूम में कैमरा सिस्टम की कार्यशैली का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने मस्जिद इंतजामिया कमेटी के सचिव एडवोकेट मसूद फ़ारूकी के साथ पैदल गश्त भी की।

जमानतशुदा 24 लोगों पर खास निगरानी

एएसपी ने बताया कि हिंसा से जुड़े लगभग 24 जमानतशुदा लोगों की निगरानी की जा रही है। पुलिस उनकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है ताकि कोई भी व्यक्ति माहौल खराब करने की कोशिश न कर सके। साथ ही न्यायालय में लंबित मामलों पर लगातार कानूनी निगरानी हो रही है।

समुदाय से शांति की अपील

मस्जिद इंतजामिया कमेटी और मस्जिद के सदर एडवोकेट जफर अली ने हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि संभल में हमेशा अमन-चैन और भाईचारा रहा है और आगे भी इसे कायम रखना है। किसी भी तरह के अफवाह या भड़काऊ संदेश से दूर रहने की सलाह दी गई है।

पिछले साल की हिंसा

24 नवंबर को हरिहर मंदिर या जामा मस्जिद के कथित सर्वेक्षण के दौरान शहर में बड़ा बवाल हुआ था। हिंसा में पथराव, आगजनी, गोलीबारी और सरकारी संपत्ति को नुकसान जैसी घटनाएँ सामने आईं। इस घटना में 29 पुलिसकर्मी घायल हुए और 4 लोगों की मौत हुई थी। पुलिस ने कई एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारियां की थीं जिनमें से 24 लोग जमानत पर हैं।

पुलिस प्रशासन की पूरी तैयारी

एएसपी कुलदीप सिंह ने कहा कि उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार पूरी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है। पुलिस फोर्स पैदल गश्त कर रही है और असामाजिक तत्वों पर लगातार नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि शांति भंग करने की कोशिश करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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