Sambhal News: संभल हिंसा के मास्टरमाइंड शारिक साठा की जब्त 264 वर्गमीटर जमीन पर जल्द ही सीओ असमोली का कार्यालय बनेगा। इस कदम से हिंदूपुरा खेड़ा जैसे संवेदनशील इलाके में सुरक्षा मजबूत होगी। साथ ही, तहसील प्रशासन ने हयातनगर क्षेत्र में अवैध कब्जों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।
Shariq satha seized land co asmoli office Sambhal: संभल में हुई हिंसा के बाद यह सामने आया था कि विदेश में रहकर काम करने वाला अंतरराष्ट्रीय ऑटो लिफ्टर शारिक साठा उस हिंसा का मास्टरमाइंड था। शारिक साठा पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई और उसकी संभल-हसनपुर मार्ग पर हिंदूपुरा खेड़ा स्थित 264 वर्गमीटर भूमि को जब्त कर लिया गया। अब इसी भूमि पर जल्द ही सीओ असमोली का कार्यालय बनाया जाएगा। पुलिस ने इसके लिए नक्शा तैयार कर लिया है और जल्द ही भूमिपूजन के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।
सीओ असमोली का कार्यालय हिंदूपुरा खेड़ा में स्थापित होने से शहर के अतिसंवेदनशील इलाकों में सुरक्षा और मजबूत होगी। अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बेहतर बनाने के प्रयास में यह कदम उठाया गया है। इस कार्यालय के बनने से पुलिस और प्रशासनिक तंत्र को हिंसा जैसी घटनाओं की रोकथाम में मदद मिलेगी।
बीते साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी। इस घटना में चार युवकों की मौत हुई और 29 पुलिसकर्मी घायल हुए। जांच में सामने आया कि विदेश में बैठे शारिक साठा ने इस हिंसा की योजना बनाई थी। उसके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई और इसी कार्रवाई के तहत उसकी 264 वर्गमीटर जमीन को जब्त किया गया।
मुख्यमंत्री जनता दर्शन में की गई शिकायत के बाद तहसील प्रशासन ने संभल के हयातनगर क्षेत्र के हसनपुर मुंजब्बता गांव में सरकारी संपत्तियों पर फैल रहे अवैध कब्जों के खिलाफ सख्त कदम उठाए। राजस्व विभाग ने 12 अवैध मकानों को चिन्हित कर लाल निशान लगा दिए और कब्जेदारों को मकान खाली करने के निर्देश दिए। इससे पहले प्रशासन ने करीब 12 बीघा सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाया।
15 सितंबर 2025 को राष्ट्रीय योगी किसान ब्रिगेड के ब्रज प्रांत अध्यक्ष गोपीचंद प्रजापति ने मुख्यमंत्री जनता दर्शन में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में गांव की लगभग 90 बीघा सरकारी भूमि पर अवैध कब्जों का आरोप लगाया गया था। जांच में यह पाया गया कि 10 बीघा से अधिक क्षेत्र में तीन तालाब अवैध कब्जों में शामिल थे। तहसीलदार धीरेंद्र प्रताप सिंह के निर्देशन में नायब तहसीलदार अरविंद कुमार सिंह ने राजस्व निरीक्षक और लेखपालों की टीम के साथ इस मामले में कार्यवाही की गई।