MP News: शिक्षक डॉ. रामानुज पाठक ने छात्रों के लिए ऐसा नया तरीका खोजा है, जिससे पीरियोडिक टेबल याद करना आसान होगा।
MP News: अगर आप स्टूडेंटे हैं और आपको रसायन विज्ञान की आवर्त सारणी (पीरियोडिक टेबल) याद नहीं होती तो ये खबर आपके काम की है। शासकीय उत्कृष्ट हायर सेकंडरी स्कूल व्यंकट क्रमांक-1 के रसायन शिक्षक डॉ. रामानुज पाठक ने छात्रों के लिए ऐसा नया तरीका खोजा है, जिससे रसायन विज्ञान के कठिन तत्व आसानी से याद किए जा सकते हैं।
डॉ. पाठक ने रसायन विज्ञान की पूरी आवर्त सारणी के 118 तत्वों में से 11 परेशान करने वाले तत्वों के लिए कविता बनाई है। इससे उनके नाम और प्रतीक को रट्टा मारना आसान हो गया है।
दरअसल, इन 11 तत्वों के प्रतीक अक्सर लेटिन, ग्रीक और अरेबिक भाषा से लिए गए हैं, इसलिए छात्रों के लिए इन्हें याद रखना मुश्किल होता था। डॉ. पाठक की कविता में हर तत्व का आत्मसंवाद लिखा गया है। कविता में सोडियम कहता है, ’नेट्रियम था असली नाम मेरा, पानी में आग लगाया था।’ पोटैशियम बोल उठता है, ’मैं तो सदियों से केलियम था, हर जीवन का मैं प्रारंभ था।’ आयरन अपनी पहचान ’फेरम’ के रूप में बताता है, जिससे ऐसा लगता है जैसे इतिहास स्वयं जीवित होकर बोल रहा हो।
कविता में सोडियम (नेट्रियम), पोटैशियम (केलियम), आयरन (फेरम), कॉपर (क्यूप्रम), सिल्वर (अर्जेंटम), टिन (स्टेनम), एंटीमनी (स्टीबियम), लेड (प्लम्बम), टंगस्टन (वोलफ्रेम), सोना (आरम) और मर्करी (हाइड्रागायरम) सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भ के साथ पेश किए गए हैं। डॉ. पाठक का कहना है कि रसायन शास्त्र केवल प्रयोगों का विषय नहीं, यह सभ्यता और भाषा की यात्रा है। हर तत्व अपने भीतर मानवता का एक अंश समेटे है। इस पहल से छात्रों के लिए रसायन विज्ञान को समझना और याद रखना अब दिलचस्प और सरल हो गया है।