MP News: स्मार्ट मीटर का विरोध भारी पड़ा। बिजली बिल जमा होने के बाद भी कनेक्शन काटे गए। आधी रात कार्रवाई से आक्रोश, कांग्रेस विरोध के मूड में।
Power Cuts: सतना शहर के विभिन्न इलाकों में बिजली कंपनी स्मार्ट मीटर (Smart Meter) लगाने का काम कर रही है। इसका व्यापक पैमाने पर शहर वासी विरोध कर रहे है। लेकिन बिजली कंपनी अपनी जिद में अमानवीयता की हद तक पहुंच गई है। स्मार्ट मीटर नहीं लगावाने वाले परिवारों के यहां बिजली बिल (Electricity Bill) जमा होने के बाद भी विद्युत आपूर्ति काट दी गई है। इसे लेकर आक्रोश की स्थितियां बन गई है। कांग्रेस ने इस मामले में मुख्यमंत्री से मिल कर विरोध की बात कही है। (MP News)
जानकारी के अनुसार मुख्त्यारगंज में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। 23 तारीख को जब विद्युत विभाग की टीम स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही थी तो कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शहर कांग्रेस के संगठन मंत्री राजदीप सिंह के नेतृत्व में इसका विरोध किया। जिन घरों में स्मार्ट मीटर लगाये जा चुके थे उन्हें कटवा कर उनके स्थान पर पुराने मीटर लगवाए गए।
इसके अगले दिन बिजली विभाग के कर्मचारी देर रात 3 बजे इन घरों में पहुंच कर बिना सूचना के इनके बिजली कनेक्शन काट दिए। तब से आज तक विद्युत अमला इन घरों का बिजली कनेक्शन नहीं जोड़ा है। नतीजा यह है कि कई घरों के परिवार अंधेरे में रहने को मजबूर है। इन परिवार वालों का कहना है कि उनका बिजली बिल पूरा जमा है। इसके बाद भी जबरिया बिजली कनेक्शन काट दिया है।
बिजली बिल जमा होने के बाद भी बिना सूचना के अवैधानिक तरीके से बिजली का कनेक्शन काटे जाने पर इसकी शिकायत मानवाधिकार आयोग से की गई है। इसके साथ ही उपभोक्ता फोरम में भी शिकायत प्रस्तुत की गई है।
इस मामले को कांग्रेस ने मुद्दा बना लिया है। शहर कांग्रेस के संगठन मंत्री राजदीप सिंह मोनू ने कहा है कि भाजपा सरकार में यह अमानवीयता हो रही है और सत्तादल चुप्पी साचे बैठा है। अव्वल तो इन मीटरों में बिजली का बिल ज्यादा आ रहा है। इसके अलावा स्मार्ट मीटर का पूरा सिस्टम अपडेट नहीं हुआ है। ऐसे मीटर लगाने का कांग्रेस विरोध करती है। जिस तरीके से परिवारों को पूरा बिजली बिल जमा करने के बाद भी अंधेरे में रहने को मजबूर किया गया है उसे लेकर कांग्रेस सीएम के सामने विरोध प्रदर्शन कर उनसे सवाल करेगी। (MP News)