राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में एक सरकारी स्कूल में सातवीं कक्षा के छात्र को बेहरमी से पीटने का मामला सामने आया है।
सवाई माधोपुर। राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में एक सरकारी स्कूल में सातवीं कक्षा के छात्र को बेहरमी से पीटने का मामला सामने आया है। आरोप है कि स्कूल के हेड मास्टर व महिला शिक्षक ने पहले बच्चे को कक्षा से बुलाया और फिर ऑफिस में ले जाकर लात-घूंसे बरसाए।
यह मामला 12 सितंबर का है। इस मामले में दो पक्षों की ओर से खंडार पुलिस थाने शिकायत दर्ज करवाई गई है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
स्कूल में पिटाई से बच्चे की गर्दन पर सूजन आई। परिजन पीड़ित बच्चे को लेकर छाण पुलिस चौकी पहुंचे। बच्चे के पिता ने बताया कि उनका बेटा सरकारी स्कूल में सातवीं क्लास में पढ़ता है। 12 सितंबर को जब वह क्लास में पढ़ रहा था तो महिला टीचर उसे ऑफिस में ले गई। यहां उसे थप्पड़ और लात-घूंसे बरसाए। पिटाई से बच्चे की पीठ पर निशान हो गए और गर्दन पर सूजन आ गई।
परिजनों ने आरोप लगाया कि महिला टीचर ने पहले भी आंख पर डंडा मार दिया था। इसके बाद टीचर ने घर आकर माफी मांगी थी। आरोप है कि बच्चे की पिटाई के बाद उसे धमकाया कि घर जाकर बताया तो टीसी काट दूंगी।
मामला सामने आने के बाद शिक्षा ने जांच के आदेश दिए है। खंडार सीबीईओ रामनाथी मीणा ने कहा कि कमेटी गठित कर जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया है। एक टीचर को डेपुटेशन पर दूसरी जगह लगा दिया है।
इधर, टीचर भी मामला दर्ज करवाने खंडार थाने पहुंचे। हेड मास्टर ने बताया कि इस विवाद की शुरुआत टीचर डे से हुई थी। कुछ बच्चों ने एक दूसरी महिला टीचर को पेन दिए थे। इसका महिला टीचर की ओर से विरोध किया गया था। महिला टीचर ने दूसरी महिला टीचर के लिए जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया था।
इसकी शिकायत मेरे पास भी आई थी, लेकिन मैंने नजरअंदाज कर दिया। शुक्रवार को एक बच्चे ने महिला टीचर को जातिसूचक शब्द बोले। उसने जब मुझे बताया तो बच्चे को ऑफिस में बुलाकर डांटा और समझाकर भेज दिया था। बच्चे से किसी तरह की मारपीट नहीं की गई थी।