सवाई माधोपुर

Rajasthan: टीवी देखते समय आफत बनकर गिरी बिजली, एक ही परिवार के 8 लोग झुलसे, बच्ची की दर्दनाक मौत

Rajasthan Sky Lighting: तेज बारिश के साथ एक घर में आकाशीय बिजली आफत बनकर गिरी।

2 min read
आकाशीय बिजली। पत्रिका फाइल फोटो

सवाईमाधोपुर। बामनवास उपखण्ड के लाडपुरा गांव में तेज बारिश के साथ एक घर में आकाशीय बिजली आफत बनकर गिरी। बिजली करंट की चपेट में आने से 14 वर्षीय बालिका क्रांति पुत्री इंद्रप्रसाद खारवाल की मौत हो गई। वहीं परिवार के आठ अन्य लोग झुलस गए।

घटना के समय क्रांति अपने परिवार के सदस्यों के साथ कमरे के बाहर सीढ़ियों पर बैठकर टेलीविजन देख रही थी। तभी मकान की छत पर लगी रेलिंग पर बिजली गिरी। करंट नीचे तक प्रवाहित हो गया। इससे कमरे में रखे कई विद्युत उपकरण फुंक गए और करंट से फर्श पर बैठे सभी लोग झुलस गए।

ये भी पढ़ें

Heavy Rain: राजस्थान के 13 जिलों में आज भारी बारिश का डबल अलर्ट, इन 5 जिलों में स्कूलों की छुट्‌टी

हालांकि कमरे में लकड़ी के बेड पर बैठे आधा दर्जन लोग करंट की चपेट में नहीं आए। झुलसे आठ लोगों में से पांच को राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बामनवास में भर्ती कराया गया, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल को गंगापुरसिटी जिला चिकित्सालय भेजा।

घायलों में ये हैं शामिल

घटना के दौरान घायल हुई बहन गीतांजलि (10), शर्मिला (7) पुत्री इंदरसिंह खारवाल एवं बुआ रेखा (22) पत्नी भोलाराम खारवाल को गंगापुरसिटी जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया, वहीं राघव (3 माह) पुत्र भोलाराम, राजकुमारी (16) पुत्री गिर्राज खारवाल, अनीता (12) पुत्री गिर्राज खारवाल, उर्मिला (42) पत्नी यालीराम खारवाल एवं दिया (8) पुत्री ज्ञानसिंह खारवाल को राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बामनवास में भर्ती कराया।

गमगीन माहौल में हुआ अंतिम संस्कार

रविवार सुबह गंगापुरसिटी के जिला चिकित्सालय में शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। इसके बाद गांव के लोग गमगीन माहौल में क्रांति का अंतिम संस्कार किया। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है।

आठवीं कक्षा की छात्रा थी मृतका

जानकारी के अनुसार, मृतका क्रांति बाढ़ मोहनपुर के सरकारी विद्यालय की आठवीं कक्षा की छात्रा थी। उसके परिवार में छह भाई-बहन हैं। जिनमें चार बहनें और दो छोटे भाई शामिल हैं। परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर बताया जा रहा है। मां-पिता मजदूरी कर बच्चों का पालन-पोषण करते हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के समय तेज मेघगर्जन के साथ बहुत तेज चमक और बिजली गिरने की आवाज आई। जिसे सुनकर आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े। लेकिन मुख्य सड़क से गांव तक पहुंचने का रास्ता ठीक नहीं होने के कारण जख्मी लोगों को अस्पताल पहुंचाने में काफी दिक्कतें आईं।

ये भी पढ़ें

राजस्थान में मानसून मेहरबान, सीजन में 7वीं बार खोले गए इस बड़े बांध के गेट

Also Read
View All

अगली खबर