सवाई माधोपुर

Ranthambore National Park : रणथंभौर जाने से पहले पढ़ लें ये खबर, टिकट बुकिंग के लिए करना होगा ये काम…नहीं तो हो सकता है नुकसान

Ranthambore National Park : वन विभाग का कहना है कि पार्क भ्रमण के दौरान होने वाले फर्जीवाड़े पर लगाम लग सकेगी और भ्रमण व बुकिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।

2 min read
file photo

Ranthambore National Park : सवाईमाधोपुर।रणथम्भौर पार्क भ्रमण पर जाने वाले पर्यटकों को अब वन विभाग की बुकिंग साइट पर फोटो अपलोड करनी होगी। वन विभाग ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीओआइटी) की सहायता से इसके सॉफ्टवेयर को अपडेट किया है।

नए सॉफ्टवेयर में पर्यटकों को पार्क भ्रमण के टिकट की ऑनलाइन बुकिंग कराने के दौरान फोटो अपलोड करने का विकल्प भी मिलेगा। भ्रमण पर जाने वाले सभी पर्यटकों को आइडी नम्बर के साथ-साथ अपनी फोटो भी अपलोड करनी होगी। बिना फोटो अपलोड किए टिकट बुकिंग नहीं हो सकेगी।

लम्बे समय से किए जा रहे प्रयास

रणथम्भौरकी ऑनलाइन टिकट बुकिंग में पर्यटकों की फोटो भी अपलोड करने के लिए वन विभाग की ओर से लंबे समय से प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन डीओआइटी की ओर से सॉफ्टवेयर विकसित नहीं किए जाने से मामला अटका हुआ था। हालांकि वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर वन विभाग की ओर से पर्यटकों से उनकी एक ग्रुप फोटो टिकट विण्डो पर तैनात कार्मिक के मोबाइल पर मंगवाई जा रही थी।

वनविभाग से मिली जानकारी के अनुसार रणथम्भौर पार्क भ्रमण पर जाने के लिए जारी किए जाने वाले बोर्डिंग पास और टिकट पर पर्यटकों की फोटो लगी होने से पार्क भ्रमण के दौरान होने वाले फर्जीवाड़े पर लगाम लग सकेगी और भ्रमण व बुकिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सभी पर्यटकों का रिकॉर्ड भी आसानी से विभाग के पास उपलब्ध हो सकेगा।

बैक डेट में फोटो अपलोड करने का विकल्प

वनअधिकारियों ने बताया कि पूर्व में भ्रमण पर जा चुके पर्यटकों को भी फोटो अपलोड करनी होगी। इसके लिए वन विभाग की बुकिंग साइट पर बैक डेट में भी फोटो अपलोड करने का विकल्प शामिल किया गया है।

पर्यटकों को किया जा रहा सूचित

अब पर्यटकों के बोर्डिंग पास पर उनकी फोटो भी अंकित की जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग साइट पर फोटो अपलोड का विकल्प जोड़ा गया है। पूर्व में भ्रमण पर जा चुके पर्यटकों को भी साइट पर जाकर अपनी फोटो अपलोड करनी होगी। इसके लिए पर्यटकों को विभाग की ओर से सूचित किया जा रहा है। -प्रमोद धाकड़, उपवन संरक्षक(पर्यटन), रणथम्भौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर।

Updated on:
26 Sept 2024 11:43 am
Published on:
26 Sept 2024 11:37 am
Also Read
View All

अगली खबर