रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में पार्क भ्रमण के दौरान होने वाली अनियमितताओं और फर्जीवाडे पर लगाम लगाने के लिए अब वन विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है।
सवाईमाधोपुर। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में पार्क भ्रमण के दौरान होने वाली अनियमितताओं और फर्जीवाडे पर लगाम लगाने के लिए अब वन विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके तहत अब विभाग की ओर से रणथंभौर के सभी जोन के एंट्री प्वाइंट व गेट पर स्कैनर मशीनें लगाई जाएंगी।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एक अक्टूबर से शुरू होने वाले नए पर्यटन सत्र से पहले सभी जोन के एंट्री प्वाइंट व गेट पर स्कैनर मशीनें लगा दी जाएंगी।
वन अधिकारियों ने बताया कि विभाग की योजना सभी एंट्री गेट पर स्कैनर मशीनें लगाने की है। साथ ही पर्यटन वाहन चालकों और गाइडों को भी नए कार्ड जारी किए जाएंगे। ऐसे में जब गाइड और वाहन चालक पर्यटकों को लेकर भ्रमण पर जाएंगे तो संबंधित जोन के एंट्री गेट पर लगी स्कैनर मशीन में कार्ड को स्कैन करना होगा। इससे गाइड और वाहन चालक की सपूर्ण जानकारी मशीन में दर्ज हो जाएगी। इसके साथ ही पर्यटकों के टिकटों को स्कैनर मशीन पर स्कैन करना अनिवार्य होगा। सभी पर्यटकों के टिकटों को स्कैन करके उनकी जांच करने के बाद ही पर्यटकों को संबंधित जोन में प्रवेश दिया जाएगा।
वन अधिकारियों ने बताया कि स्कैनर मशीन में स्कैन होने से वाहन चालक और गाइडों में पार्क भ्रमण के दौरान अनियमितता नहीं करने और नियमों की पालना करने के प्रति जागरूकता आएगी। यदि कोई वाहन चालक या गाइड पार्क भ्रमण के दौरान नियमों की अवहेलना करता है तो उसकी सारी जानकारी आसानी से विभाग को उपलब्ध हो जाएगी। साथ ही पर्यटकों के टिकटों और आईडी को स्कैनर मशीन से जांच करने से पार्क भ्रमण पर फर्जी तरीके से जाने वाले पर्यटकों पर भी लगाम लग सकेगी।
रणथंभौर के सभी एंट्री प्वाइंट और गेट पर स्कैनर मशीनें लगाने की घोषणा पूर्व में वन विभाग की ओर से करीब पांच साल पहले की गई थी। लेकिन बाद में अधिकारियों के तबादला होने के कारण मामला अटक गया था। इसको लेकर राजस्थान पत्रिका ने 27 मई 2025 के अंक में ‘रणथभौर: पांच साल में भी एंट्री प्वाइंट पर नहीं लग सकी स्कैनर मशीनें’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर मामले को प्रमुखता से उठाया था। अब वन विभाग की ओर से एंट्री गेट पर स्कैनर मशीनें लगाने की तैयारी की जा रही है।