Driving licenses: मध्य प्रदेश के शहडोल स्थित परिवहन विभाग में लंबे समय से भ्रष्टाचार चल रहा है। यहां बिना ट्रायल दिए 2500 से 3000 रूपए में एक व्यक्ति का ड्राइविंग लाइसेंस बनाया जा रहा है।
Driving licenses: मध्य प्रदेश के शहडोल स्थित परिवहन विभाग में पैसे लेकर ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम चल रहा है। यहां बिना परीक्षा और ट्रायल के लाइसेंस बनाए जा रहे है। इसके लिए आपकों एजेंटों से संपर्क करना होगा और वह बड़ी आसानी से सभी प्रक्रियाएं पूरी कराकर आपको लाइसेंस उपलब्ध करा देंगे। शहडोल के परिवहन विभाग में यह खेल लंबे अर्से से चल रहा है।आधार कार्ड लेकर जाइए और पहले लर्निंग लाइसेंस और फिर एक माह बाद स्थाई लाइसेंस ले आइए।
नियमों की बात की जाए तो ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लंबी प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है। इसके लिए वाहन चलाना आना चाहिए साथ ही यातायात नियमों की जानकारी होना भी आवयश्क है। ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस की प्रक्रिया के एक महीने बाद परीक्षा के साथ ही ट्रायल ट्रैक पर ट्रायल भी कराया जाता है। इसे पास करने के बाद ही लाइसेंस जारी होते हैं। वहीं बिचौलियों ने इसे इतना सहत और सरल बना दिया है कि पैसे देने के बाद मौके पर वाहन ले जाने की भी आवश्यकता नहीं है। बिना परीक्षा और ट्रायल के दो पहिया के साथ ही चार पहिया वाहन का लाइसेंस भी आसानी से दे दिया जा रहा है।
परिवहन विभाग पूरी तरह से कर्मचारियों के भरोसे चल रहा है। प्रभारी अधिकारी होने की वजह से वह कभी कभार ही कार्यालय पहुंच पाते हैं। ऐसे में कार्यालय में कर्मचारियों की ही चलती है। इन कर्मचारियों के साथ एजेंटों ने अच्छी पैठ बना रखी है। इसी के दम पर वह हर एक छोटे बड़े काम बड़ी आसानी से करा लेते हैं। परिवहन विभाग में स्थिति यह है कि लाइसेंस व कई काम डिजिटलाइजेशन कर दिया है। इसके बावजूद दलर गए बिना काम नहीं हो रहा है।
परिवहन विभाग में सक्रिय बिचौलिए लाइसेंस बनवाने के एवज में डेढ़ से दो गुना पैसे ऐंठ रहे हैं। इन बिचौलियों ने अधिकारी कर्मचारियों से पूरी सेटिंग बना रखी है। कोई भी लर्निंग लाइसेंस या स्थाई लाइसेंस के लिए पहुंचता है तो उसे बिना किसी परेशानी के लाइसेंस बनवाने के एवज में 2500-3000 रुपए ले रहे हैं। इसमें लर्निंग लाइसेंस के लिए 1000-1500 रुपए और एक महीने बाद स्थाई लाइसेंस के लिए 1500-2000 रुपए तक लिए जा रहे हैं। इसी प्रकार लाइसेंस रिनुअल के लिए 1000-1500 रुपए तक लिए जा रहे हैं। नियमों की बात की जाए तो लर्निंग लाइसेंस के लिए लगभग 425 रुपए और स्थाई लाइसेंस के लिए 1075 रुपए शुल्क निर्धारित है। वहीं लाइसेंस रिनुअल के लिए 476 रुपए शुल्क जमा कराए जाने का प्रावधान है।