MP News: जन्म, विवाह और मृत्यु यह जीवन के एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव है। दो व्यक्ति के साथ यह एक ही दिन और समय पर होना इस संयोग को अद्भुत बना देता है। ऐसा ही हुआ शाजापुर जिले के पासीसर गांव में दो जुड़वां बहनों के साथ।
MP News: जन्म, विवाह और मृत्यु यह जीवन के एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव है। दो व्यक्ति के साथ यह एक ही दिन और समय पर होना इस संयोग को अद्भुत बना देता है। ऐसा ही हुआ शाजापुर जिले के पासीसर गांव में दो जुड़वां बहनों के साथ। 90 वर्षीय दो बहनें बरजूबाई और दुर्गाबाई, जिन्होंने जन्म, शादी से लेकर जीवन का हर अहम पड़ाव साथ बिताया और मंगलवार को एक साथ इस दुनिया से विदा हो गईं। लोगों ने भी उन्हें एक साथ ही अंतिम विदाई(Shajapur Twin Sisters Death) दी।
दोनों बहनों का जन्म राजगढ़ जिले के खजूरी गांव में हुआ था। बचपन में ही परिवार कालापीपल आकर बस गया। यहीं दोनों का लालन-पालन हुआ। जीवन का अगला पड़ाव भी साथ ही तय हुआ, जब विवाह का समय आया तो माता-पिता ने उनका रिश्ता पासीसर गांव के दो सगे भाइयों से तय कर दिया। बरजू बाई का विवाह रामसिंह से हुआ और दुर्गाबाई का विवाह भादरसिंह से हुआ।
गांव के लोग बताते हैं कि दोनों बहनें शादी के बाद भी जीवन के हर सुख-दुख में एक-दूसरे की परछाईं की तरह रहीं और अब 90 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस(Shajapur Twin Sisters Death) भी एक ही समय पर ली। उनकी एक साथ हुई मृत्यु ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया। परिवारजन और ग्रामीणों ने नम आंखों से दोनों बहनों को अंतिम विदाई दी। अंतिम संस्कार मंगलवार सुबह 11 बजे किया गया।