जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल के ट्रोमा सेंटर में आग ने जिले के एक परिवार को भी गहरा दर्द दिया है। आग की वजह से मूंडरू इलाके के जलालपुर गांव निवासी 25 वर्षीय पिंटू गुर्जर पुत्र कानाराम गुर्जर की मौत हो गई।
मूंडरू/सीकर। जयपुर के एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में आग ने जिले के एक परिवार को भी गहरा दर्द दिया है। आग की वजह से मूंडरू इलाके के जलालपुर गांव निवासी 25 वर्षीय पिंटू गुर्जर पुत्र कानाराम गुर्जर की मौत हो गई। एक साल पहले गुजरात में सड़क हादसे में पिंटू घायल हो गया था। तब से पिंटू का जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज चल रहा था। परिजनों को ठीक होकर पिन्टू के घर लौटने का इंतजार था, लेकिन उससे पहले मौत खींच ले गई। पिंटू 14 अगस्त से एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती था। जहां रविवार रात करीब 11 बजे आग लगने से मौत हो हुई है।
मृतक पिंटू गुर्जर के ताऊ के बेटे ओमप्रकाश ने बताया कि पिंटू स्वस्थ होने लग गया था। जल्द ही उसे छुट्टी मिलने वाली थी। लेकिन अचानक से यह घटना हो गई। इलाज के दौरान रविवार को पिंटू के साथ ताऊ के लड़के दशरथ व ओमप्रकाश और बहनोई सुरेश थे। मृतक के पिता कानाराम खेती का काम करते है। मृतक पिंटू तीन भाई बहनों में सबसे छोटा था। बड़ा भाई रामेश्वर भी घर रहकर कृषि कार्य करता है। बड़ी बहन सजना है। बड़ा भाई रामेश्वर व बहन सजना विवाहित है। जबकि पिंटू अविवाहित था। पिंटू की मौत से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
25 वर्षीय पिंटू गुर्जर ने दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई की। लेकिन घर की आर्थिक परिस्थितियां ठीक नहीं थी। तो बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी और गुजरात में टाइल मार्बल का काम करने के लिए चला गया। पिछले पांच साल से गुजरात में मजदूरी कर रहा था। लेकिन एक साल पहले सड़क हादसे में गंभीर घायल हो गया।
सूचना पर परिजन पिंटू को घर ले आए और जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल से इलाज करा रहे थे। परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते परिजन गुजरात या यहां के प्राइवेट अस्पतालों से इलाज नहीं करा पा रहे थे। एक साल से एसएमएस अस्पताल से इलाज करा रहे थे। हाल ही में परिजनों ने पिंटू को ज्यादा तबीयत खराब होने पर 14 अगस्त को जयपुर ट्रोमा में भर्ती कराया था।