mp news: पानी न देने पर इंजीनियर पति ने किचिन के प्लेटफॉर्म पर पटका पत्नी का सिर, मौत होने के बाद शव को ले गया प्रयागराज...।
mp news: मध्यप्रदेश के सिंगरौली में एक इंजीनियर ने अपनी ही पत्नी की पानी न देने पर हत्या कर दी। पत्नी को मौत के घाट उतारने के बाद इंजीनियर पति ने बड़े ही शातिर तरीके से पत्नी के शव का इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में अंतिम संस्कार कर दिया और राख को गंगा नदी में प्रवाहित कर दिया। हालांकि इतना सबकुछ करने के बाद भी इंजीनियर पति का राजफाश हो गया है और पुलिस ने इंजीनियर पति व उसकी मां दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी पति निखिल दुबे एनटीपीसी प्लांट में इंजीनियर है जो कि विंध्यनगर कैंपस में पत्नी आभ्या व 6 साल की मासूम बेटी के साथ रहता था। 15 अगस्त की रात 9 बजे आरोपी ने पत्नी आभ्या से पानी देने के लिए कहा और जब पत्नी ने उसे पानी नहीं दिया तो गुस्से में आकर पत्नी का सिर किचिन के प्लेटफॉर्म पर मार दिया जिससे पत्नी आभ्या की मौत हो गई थी। पत्नी को मौत के घाट उतारने के बाद सबूत मिटाने के उद्देश्य से आरोपी पति निखिल ने लाश को ठिकाने की प्लानिंग की।
पत्नी आभ्या की हत्या करने के बाद आरोपी पति निखिल उसकी लाश को कंबल में लपेटकर कार की पिछली सीट पर डालकर प्रयागराज लेकर पहुंचा। आरोपी ने कार के कांच पर पर्दे लगा दिए जिससे की सीसीटीवी से बचा जा सके। इतना ही नहीं प्रयागराज में आरोपी ने इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में ले जाकर पत्नी आभ्या का अंतिम संस्कार कर दिया और राख गंगा नदी में बहा दी। इसके बाद आरोपी ने आभ्या के पिता यानी अपने ससुर को आभ्या की मौत होने के बारे में बताया।
निखिल के द्वारा फतेहपुर निवासी ससुर सुनील दुबे को जब आभ्या की मौत के बारे में बताया तो वो तुरंत निखिल के प्रयागराज स्थित निवास पर पहुंचे लेकिन वहां ताला डला था। इसके बाद उन्होंने विंध्यनगर पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस निखिल के एनटीपीसी प्लांट पर पहुंची लेकिन वहां भी ताला डला था। पुलिस ने जांच के दौरान एलएंडटी के जीएम और एचआर प्रबंधन से बात की तो पता चला कि निखिल ने व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से सूचना दी थी कि पत्नी की मौत होने पर प्रयागराज में है।
पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी पति निखिल व उसकी मां को शास्त्रीनगर से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है जिसके बाद पुलिस ने आरोपी मां-बेटे को कोर्ट में पेश किया था जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इधर निखिल और आभ्या की 6 साल की मासूम बेटी का मां की याद में रो-रोककर बुरा हाल है। मां की मौत और पिता व दादी के जेल जाने से मासूम बच्ची अब अकेली रह गई है जिसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश कर विधिक निवास स्थान पर रखने की कवायद की गई है।