वीडियो के वायरल होने के बाद पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व पुलिस महानिदेशक से दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग उठाई है।
पर्यटन स्थल माउंट आबू में गत दिनों मोबाइल लूटने के चक्कर में एक पर्यटक की हत्या के बाद से पुलिस की ओर से बढ़ाई गई सख्ती के नाम पर यहां आने वाले पर्यटकों को परेशान करने के आरोप लग रहे हैं। बड़नगर (गुजरात) के मेडिकल कॉलेज के तीन छात्रों ने माउंट आबू पुलिस पर उनको जबरन लॉकअप में बंद करने, गाड़ी जब्त करने और छोड़ने के एवज में रुपए वसूली तक के गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्रों का सोशल मीडिया पर यह आरोप लगाते वीडियो वायरल हो रहा है।
वारयल वीडियो में तीन युवक जो कथित रूप से स्वयं को बड़नगर (गुजरात) के मेडिकल कॉलेज का छात्र बता रहे हैं। उनका आरोप है कि वे पांच दोस्त गाड़ी से 30 अगस्त को माउंट आबू घूमने आए थे। यहां एक झरने के पास फोटो खींचने रूके, इसी दौरान कुछ पुलिसकर्मी तीनों को पकड़कर थाने ले गए और बिना जुर्म के रातभर लॉकअप में रखा। गाड़ी भी जब्त कर ली। इस दौरान परेशान करने व गाड़ी छोड़ने के एवज में रुपए मांगने का आरोप लगाया है। छात्रों का यह कथित आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वे पर्यटकों को आगाह कर रहे हैं।
इधर, इस वीडियो के वायरल होने के बाद पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व पुलिस महानिदेशक से दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग उठाई है। लोढ़ा ने एक्स पर पोस्ट भी की है, जिसमें लिखा कि प्रधानमंत्रीजी यह आपके वड़नगर (गुजरात) के मेडिकल कॉलेज के छात्रों के उत्पीड़न की अभिव्यक्ति का वीडियो है। माउंट आबू पुलिस के कारनामे के बारे में इन्होंने गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाले पर्यटकों को आगाह किया है।
उन्होंने आगे लिखा कि यह तो पढ़े लिखे छात्र थे, जिन्होंने ज्यादती हुई उसके बारे में लोगों को बताया और जागृत किया। पर्यटक जैसे ही राजस्थान की सीमा में प्रवेश करते हैं तो यातायात पुलिस, बाद में दूसरी पुलिस जो वसूली करती है, वह अपने आप में शर्मनाक हैं। आए दिन पर्यटकों के साथ लूट हो रही हैं, लेकिन इससे किसी को कोई सरोकार नहीं है। इस मामले में सरकार को गौर करना चाहिए। दोषियों पर कार्रवाई हो।