migrants deportation : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमेरिका द्वारा निर्वासित अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर आ रहे अमेरिकी सैन्य विमान को पंजाब के सीमावर्ती शहर अमृतसर में उतारना देश की सुरक्षा को खतरे में डालने जैसा बताया । उन्होंने कहा कि पड़ोसी दुश्मन देश अमृतसर से 40 किलोमीटर दूर होने के बावजूद अमेरिका का एक सैन्य विमान यहां उतारा जा रहा है
migrants deportation : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमेरिका द्वारा निर्वासित अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर आ रहे अमेरिकी सैन्य विमान को पंजाब के सीमावर्ती शहर अमृतसर में उतारना देश की सुरक्षा को खतरे में डालने जैसा बताया तो उनके बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा कि दूसरों पर कीचड़ फेंकने की बजाय मुख्यमंत्री को समस्या का हल ढूंढना चाहिए। उन्होंने कहा कि पड़ोसी दुश्मन देश अमृतसर से 40 किलोमीटर दूर होने के बावजूद अमेरिका का एक सैन्य विमान यहां उतारा जा रहा है। मान ने कहा कि जब राज्य सरकार यहां अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की शुरुआत करने की मांग करती है तो कई अनुचित कारणों से मांग को रद्द कर दिया जाता है। राज्य की छवि को खराब करने के लिये यहां भेजे गये लोगों को लेकर जाने वाले विमान को बिना किसी तर्क के यहां उतारा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका के दो सैन्य विमान 276 अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर अमृतसर के गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Guru Ramdas Ji International Airport) पर उतरने वाले हैं। गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मीडिया को संबोधित करते हुये मान ने कहा, अमेरिका जैसे देश का सैन्य विमान पंजाब के सीमावर्ती शहर में उतारना देश की सुरक्षा को खतरे में डालना है। केन्द्र सरकार जवाब दे कि विमान उतारने के लिये हर बार अमृतसर को ही क्यों चुना जा रहा है।
उन्होंने कहा कि गुरुओं ने हमें लोक सेवा करने की शिक्षा दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका से लौटने वाले भारतीयों के लिये भोजन की व्यवस्था की जायेगी। इस धरती से कोई भी भूखा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा से संबंधित लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा गोवा तथा अन्य राज्यों से संबंधित लोगों के लिये हवाई अड्डे के भीतर ही रहने और खाने की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा, मैं आज यहां इसलिये आया हूं ताकि अमेरिका से लौटे भारतीय नागरिकों का स्वागत कर सकूं और उनका सम्मान और गरिमा के साथ स्वागत कर सकूं। उन्होंने कहा कि भले ही लोग गलत माध्यमों और एजेंटों के जरिये अमेरिका गये हों, लेकिन वे आखिरकार भारतीय ही हैं। अमेरिका अवैध प्रवासियों को वापस भेज रहा है। सीएम मान ने कहा कि कुछ दिन पहले भी एक विमान अमृतसर उतरा था और अब दो अन्य विमानों को बिना किसी ठोस तर्क के यहां उतारा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेश मंत्रालय की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वह स्पष्ट करे कि पंजाब खासकर अमृतसर को ही क्यों चुना गया।
भारत सरकार की ओर से अमेरिका से गैर-कानूनी प्रवासी भारतीयों को लेकर आ रहे विमान को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतारने के फैसले का जोरदार विरोध करते हुये मान ने इस कदम को पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की केंद्र सरकार की गहरी साजिश बताया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पहले ही विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय के पास यह मुद्दा उठा चुके हैं, लेकिन उनसे कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। मान ने कहा कि पंजाबियों को इसलिये निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी पंजाबियों को पसंद नहीं करती, जबकि यह सच भी इतिहास के पृष्ठों में दर्ज है कि भारतीय आजादी संघर्ष के दौरान शहीद हुये, जेलों में बंद हुये या निर्वासित किये गये 90 फ़ीसदी से अधिक लोग पंजाब से थे।
पंजाब में अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने अमेरिका से भेजे जा रहे अवैध प्रवासी भारतीयों के मामले में मुख्यमंत्री भगवंत मान को सलाह देते हुये कहा कि दूसरों पर कीचड़ फेंकने की बजाय समस्या का हल ढूंढना चाहिये। सांसद औजला ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री से भी मांग की कि अमेरिका से निर्वासित लोगों को पूरी इज्जत के साथ वापस लाया जाये क्योंकि किसी भी देश की असली संपत्ति उसके नागरिक होते हैं। औजला ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को घेरते हुये कहा कि पंजाब में कई मुद्दे हैं, जिनके लिये पंजाब बदनाम हो चुका है। पंजाब में नशा, दड़ा, सट्टा, फिरौती, गोलियां चलनी, नकली दूध, नकली दवाइयां और अनेक ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। वहीं अवैध प्रवासी भारतीय अमृतसर उतर रहे हैं, तो भी उनके जहाज को यहां लाने के मुद्दे पर बात करने की बजाय मुख्यमंत्री को इस समस्या का हल ढूंढना चाहिये।