IMD Alert: राजस्थान के पश्चिमी जिलों में पश्चिमी विक्षोभ ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और कोटा समेत कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हुई है। कुछ जगहों पर चने के आकार के ओले गिरे हैं। मौसम विभाग ने 6 अक्टूबर के लिए पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया है। विक्षोभ का असर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर समेत कई प्रदेशों में पड़ रहा है।
श्रीगंगानगर। पश्चिमी विक्षोभ ने भारत के कई प्रदेशों में अब असर दिखाना शुरू कर दिया है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से रविवार को श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और कोटा समेत कई जिलों में मौसम ने अचानक करवट ले ली। दोपहर बाद तेज हवा, काली घटाओं और गड़गड़ाहट के बीच कई जगहों पर मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि हुई। कहीं छोटे तो कहीं चने के आकार के ओले गिरे, जिससे खेतों में खड़ी फसलें चौपट हो गईं और किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरा गईं।
पश्चिमी विक्षोभ का असर भारत के कई राज्यों में दिखने लगा है। भारतीय मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर, यूपी, एमपी, राजस्थान समेत कई राज्यों में 5-6-7-8 अक्टूबर के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। राजस्थान में इसका असर सबसे अधिक 6 अक्टूबर को रहेगा, वहीं 8 अक्टूबर के बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर धीमा पड़ जाएगा
श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़, सिद्धूवाला, जैतसर, अनूपगढ़ और बींझबायला क्षेत्रों में रविवार शाम करीब छह बजे से बारिश का दौर शुरू हुआ। जैतसर के गांव कीकरवाली जोहड़ी में तेज बारिश के साथ चने के आकार के ओले गिरे, जिससे सड़कों पर पानी भर गया और ग्रामीणों की आवाजाही बाधित हुई। व्यापार मंडल ने भी धानमंडी में किसानों की जिंसों को ढकवाकर सुरक्षा के इंतजाम किए।
वहीं, हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी, डबलीराठान, फेफाना, मोहनमगरिया, नोहर और आसपास के गांवों में तूफानी बारिश और ओलावृष्टि ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। खेतों में नरमा, कपास, ग्वार और बाजरे की फसलें जमीन पर बिछ गईं। कृषि विभाग के सहायक निदेशक बलकरण सिंह ने बताया कि बरसात और ओलों से कपास की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है, जबकि कटाई कर रखी मूंग की फसल की भी क्षति हुई है।
सूरतगढ़ और सिद्धूवाला में रविवार की देर शाम तक बूंदाबांदी और आंधी का दौर जारी रहा। तेज हवा से कई जगह पेड़ उखड़ गए और गलियों में बरसाती पानी भर गया। किसानों का कहना है कि फसल कटाई के बीच इस बेमौसम बारिश ने मेहनत पर पानी फेर दिया है। किसान कृष्णलाल ईसराम ने बताया कि तेज हवा से धान की फसलें भी खेतों में गिर गई हैं, जिससे उत्पादन प्रभावित होगा।
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का असर सोमवार को कुछ कम होगा, लेकिन अगले दो दिन तक तेज हवा और ओलावृष्टि की संभावना बनी रहेगी। बरसात से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। श्रीगंगानर जिले में रविवार को अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री और न्यूनतम 21.7 डिग्री सेल्सियस रहा।