सूरतगढ़.महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम योजना में श्रीगंगानगर जिले के 9 ब्लॉक पर कार्यरत 94 संविदा कर्मिकों को मानेदय नहीं मिलने से आर्थिक संकट गहरा गया है। इसमें 27 कनिष्ठ तकनीकी सहायकों को दो माह से तथा लेखा सहायक, डाटा एंट्री सहायक, ग्रामीण रोजगार सहायक व सहायक कमियों को चार माह का मानेदय नहीं मिला है। इससे मनरेगा संविदा कर्मचारियों की परेशानियां बढ़ती जा रही है।
सूरतगढ़.महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम योजना में श्रीगंगानगर जिले के 9 ब्लॉक पर कार्यरत 94 संविदा कर्मिकों को मानेदय नहीं मिलने से आर्थिक संकट गहरा गया है। इसमें 27 कनिष्ठ तकनीकी सहायकों को दो माह से तथा लेखा सहायक, डाटा एंट्री सहायक, ग्रामीण रोजगार सहायक व सहायक कर्मियों को चार माह का मानेदय नहीं मिला है। इससे मनरेगा संविदा कर्मचारियों की परेशानियां बढ़ती जा रही है।
श्रीगंगानगर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा कार्य संबंधित रिपोर्ट तैयार कर सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य संविदा कर्मचारियों के माध्यम से हो रहा है। जिले में 94 संविदा कर्मियों को मानदेय पूर्व में एफटीओ के माध्यम से होता था। लेकिन अब राज्य सरकार मानदेय का भुगतान एसएनए पोर्टल के माध्यम से करवाना चाहती है, लेकिन अभी तक सभी आइडी बनने का कार्य प्रगतिरत है। जिससे मनरेगा कार्मियों का मानेदय अटक गया है। अक्टूबर 2024 को संविदा मनरेगा कर्मियों को भुगतान किया, लेकिन इसके बाद से एक भी संविदा कर्मचारी को भुगतान नहीं हुआ। इससे मनरेगा कार्मिकों के समक्ष आर्थिक समस्या खड़ी हो गई है।
महात्मा गांधी नरेगा संविदा कर्मचारी संघ अध्यक्ष ओमप्रकाश माहर, कोषाध्यक्ष मुकेश करीर, शीशपाल, शंकरलाल, अरुड़ सिंह, सोहन सिंह, द्रौपती, नवीन, मांगीलाल, कविता, लक्ष्मीनारायण, गुुरुदयाल सिंह, मदाकिनी सारस्वत आदि ने बताया कि मनरेगा संविदा कर्मियों को मानदेय नहीं मिल रहा। इस वजह से उनके सामने परिवार का पालन पोषण करने में दिक्कतें आ रही है। मानेदय भुगतान की मांग को लेकर 10 फरवरी व 3 मार्च को पंचायत समिति के विकास अधिकारी मेजर अली के माध्यम से जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को अवगत करवाया जा चुका है। इसके बावजूद अभी तक मानेदय का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
संविदा मनरेगा कर्मचारियों का कहना है कि नवम्बर माह में दीपावली पर्व था। दीपावली पर्व पर मानदेय नहीं मिलने से बहुत निराशा हुई। दीपावली पर्व उधारी रूपए लेकर मनाया गया। राज्य व केन्द्र सरकार को संविदा कर्मचारियों के बारे में सोचना चाहिए कि बिना मानदेय उनका परिवार का पालन पोषण कैसे होगा। उनका कहना है कि जब अन्य योजनाओं के लिए फंड आ सकता है तो संविदा कर्मचारियों के लिए मानदेय क्यों नही आ सकता। मानदेय के बिना परिवार का खर्चा चलना बहुत ही मुश्किल हो गया है।
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श्रीगंगानगर जिले के श्रीगंगानगर में 2, पदमपुर में 3, रायसिंहनगर में 6, करणपुर में 4, विजयनगर में 2, अनूपगढ़ में 3, घड़साना में 2, सादुलशहर में 3 व सूरतगढ़ में 2 कनिष्ठ तकनीकी सहायक संविदा कर्मी कार्यरत है। इनका दो माह से मानदेय नहीं मिल रहा। इसी तरह श्रीगंंगानगर में 5 लेखा सहायक, 2 डाटा एंट्री सहायक, 2 ग्राम रोजगार सहायक व 1 सहायक, पदमपुर में 1 लेखा सहायक, 3 डाटा एंट्री सहायक,1 ग्राम रोजगार सहायक व 1 सहायक, रायसिंहनगर में 2 लेखा सहायक, 5 डाटा एंट्री सहायक, 2 ग्राम रोजगार सहायक, करणपुर में 2 लेखा सहायक, 5 डाटा एंट्री सहायक, 3 ग्राम रोजगार सहायक व 1 सहायक, श्रीविजयनगर में 1 डाटा एंट्री सहायक, अनूपगढ़ में 5 डाटा एंट्री सहायक, 2 ग्राम रोजगार सहायक ,घड़साना में 4 डाटा एंट्री सहायक, 1 सहायक , सादुलशहर में 2 लेखा सहायक, 2 डाटा एंट्री सहायक, 4 ग्राम रोजगार सहायक, 1 सहायक, सूरतगढ़ में 1 लेखा सहायक, 7 डाटा एंट्री सहायक, 2 ग्राम रोजगार सहायक,1 सहायक कार्यरत है। इनको चार माह से मानदेय नहीं मिला।
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पंचायत समिति के विकास अधिकारी मेजर अली ने बताया कि नरेगा संविदा कर्मियों का भुगतान के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है। इस बार मानेदय के लिए नया पोर्टल शुरू किया गया है। इसमें दिक्कत आ रही है। शीघ्र ही सभी नरेगा संविदा कर्मियों को मानदेय दिया जाएगा।