सुल्तानपुर

राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बदल गई रामचेत मोची की तकदीर, इस नाम से करने जा रहे नए ब्रांड की शुरुआत

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के मोची रामचेत की जिंदगी राहुल गांधी से मुलाकात के बाद पूरी तरह बदल गई है। राहुल गांधी की सहायता से उनका छोटा व्यवसाय अब एक ब्रांड "रामचेत मोची" बनने जा रहा है। पहले जहां वह रोजाना मात्र 100-150 रुपये कमाते थे, अब उनकी आमदनी हजारों में पहुंच गई है। साथ ही, वह अपने बेटे को भी इस काम में प्रशिक्षण दे रहे हैं।

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सुल्तानपुर के रामचेत मोची की राहुल गांधी से हुई भेंट उनके लिए भाग्यशाली साबित हुई। पिछले वर्ष राहुल गांधी ने उन्हें एक जूता बनाने की मशीन उपहार में दी थी। इस साल फरवरी में उन्होंने रामचेत को दिल्ली स्थित 10 जनपथ बुलाया, जहां उन्होंने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को अपने हाथों से बनी चप्पलें भेंट कीं। इसके बाद राहुल गांधी ने उन्हें मुंबई बुलाया और प्रसिद्ध चमड़ा कारोबारी सुधीर कुमार चमार से मिलवाया। इस मुलाकात की तस्वीरें राहुल गांधी ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर साझा कीं। मुंबई से लौटने के बाद रामचेत फिर से अपनी दुकान पर लौट आए हैं।

"रामचेत मोची" नाम से शुरु करेंगे ब्रांड

अब रामचेत किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हुई इस मुलाकात ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह बदल दिया है। उन्हें लगातार लोगों का प्रोत्साहन मिल रहा है, जिससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है। अब वह अपने नए ब्रांड "रामचेत मोची" को लॉन्च करने की तैयारी में हैं।

सफलता के पीछे राहुल गांधी की बड़ी भूमिका: रामचेत मोची

रामचेत मानते हैं कि उनकी इस सफलता के पीछे राहुल गांधी की बड़ी भूमिका रही है। राहुल गांधी उनके पास दुकान पर आए थे और उनसे जूते खरीदे थे। बाद में उन्होंने रामचेत को दिल्ली बुलाकर अपनी मां सोनिया गांधी और बहन प्रियंका गांधी से भी मिलवाया। इस दौरान रामचेत ने अपने हाथों से बनाए जूते भी उन्हें दिखाए थे।

मोची से सफल बिजनेसमैन बनाने की राह पर चलते हुए राहुल गांधी ने न केवल रामचेत को मशीन गिफ्ट की बल्कि उन्हें एक बड़े डिजाइन ब्रांड "चमार स्टूडियो" के संचालक सुधीर राजभर से भी मिलवाया। इस मुलाकात ने 60 वर्षीय रामचेत का आत्मविश्वास बढ़ा दिया है। अब वह खुद को सिर्फ एक मोची नहीं बल्कि एक सफल व्यवसायी के रूप में देख रहे हैं।

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