Illegal coal cave: तीन महीने पूर्व ही एसईसीएल प्रबंधन ने उक्त सुरंग को कराया था बंद, इस स्थल पर चट्टान धंसने से एक युवक की जा चुकी है जान, चंद रुपयों के लिए जान गंवाने को भी लोग तैयार
बिश्रामपुर. Illegal coal cave: चंद रुपयों के लालच में अपनी जान दांव पर लगाकर सुरंग बना कोयला चोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से एसईसीएल प्रबंधन द्वारा सुरंग को 3 महीने पूर्व ही बंद कराया गया था। सप्ताह भर पूर्व चोरों द्वारा पुन: सुरंग (Illegal coal cave) बनाकर कोयला चोरी किए जाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। हम आपको बता दें कि कोयला चोरी के दौरान बड़ा चट्टान ढह जाने से एक युवक की यहां मौत हो गई थी। इसके बाद प्रबंधन ने यह कदम उठाया था।
गौरतलब है कि एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र के बंद पड़े जयनगर खदान (Illegal coal cave) के पास कोयला चोरों द्वारा सुरंग बनाकर कोयला चोरी की घटना को अंजाम दिया जा रहा था।
जान जोखिम में डालकर कोयला चोरी करने के दौरान पिछले दिनों 26 फरवरी की सुबह करीब छह बजे ग्राम पंचायत तेलईकछार केनापारा निवासी सुनील सोनी पिता रामगोविन्द सोनी की अचानक चट्टान धसने से सुरंग के अंदर ही दबकर मौत हो गई थी।
तीन दिनों की कड़ी मशक्कत उपरांत युवक के शव को सुरंग (Illegal coal cave) से निकाला जा सका था। बावजूद इसके कोयला चोरी करने वाले इस स्थल से हटकर क्वारी नंबर 2 व 10 के समीप दूसरा सुरंग तैयार करके कोयला चोरी की घटना को अंजाम दिया जा रहा था।
सुरंग तैयार करके कोयला चोरी करने की सूचना मिलने पर गत दिनों 18-19 अप्रैल को एसईसीएल प्रबंधन द्वारा दोनों सुरंग को जेसीबी से बंद (Illegal coal cave) करा दिया गया था। लेकिन कोयला चोरों द्वारा करीब सप्ताह भर पूर्व से पुन: उक्त स्थल पर ही सुरंग बनाकर कोयला चोरी किए जाने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है।
सुरंग बनाकर कोयला चोरी की घटना को अंजाम दिए जाने के मामले में प्रबंधन द्वारा अब तक कोई ठोस पहल नहीं किए जाने से उसकी कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।
सुरंग के धसने (Illegal coal cave) उपरांत जब एसईसीएल सुरक्षा विभाग व पुलिस द्वारा मामले की तस्दीक की गई थी, तब यह बात सामने आई थी कि कई ग्रुप इस अवैध कार्य में संलिप्त हैं। बताया जा रहा है कि सुरंग से कोयला चोरी करने में केनापारा तेलईकछार, गांगीकोट, दतिमा समेत कई गांवों के युवक ग्रुप बनाकर सक्रिय हैं।
लोगों का कहना है कि प्रबंधन को अब सुरंग (Illegal coal cave) को बंद कराए जाने की बजाय पहाड़ नुमा मिट्टी का समतलीकरण करा देना चाहिए जिससे भविष्य में कोई सुरंग बनाए जाने का कोई रास्ता ही नहीं बच सके। चोरों सुरंग बनाकर कोयला चोरी की घटना को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे हैं जिससे भविष्य में पुन: बड़ी घटना घटित होने की आशंका बनी हुई है।
बिश्रामपुर थाना प्रभारी अलरिक लकड़ा का कहना है कि सुरंग बनाकर पुन: कोयला चोरी किए जाने की सूचना मिली है। मेरे द्वारा अब जल्द ही एसईसीएल प्रबंधन से पत्र व्यवहार करके सुरंग को बंद कराए जाने की कार्यवाही हेतु पहल की जाएगी।