MP News: निवाड़ी शिक्षा विभाग का अजीब आदेश सामने आया है। पांच शिक्षकों को रोज़ 16 किलोमीटर सफर कर दो-दो स्कूलों में पढ़ाना होगा। शिक्षक परेशान, छात्र कन्फ्यूज़, आदेश पर सवाल खड़े।
Education Department Controversial order: भष्टाचार और लापरवाहियों के गंभीर आरोपों के बीच से गुजर रहे निवाड़ी जिले के शिक्षा विभाग का एक अजीबो-गरीब आदेश सामने आया है। इसमें पृथ्वीपुर कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के संकुल प्राचार्य ने अपने यहां के पांच शिक्षकों की ड्यूटी भोपालपुरा के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में लगाई है। इसमें पहले शिक्षक अपने पदस्थापना की शाला में आकर पहला पीरियड लेंगे, इसके बाद भोपालपुरा जाकर दो पीरियड पढ़ाएंगे। वहां से वापस आकर फिर से अपनी शाला में शैक्षणिक कार्य कराएंगे। ऐसे में इन शिक्षकों को 16 किमी का सफर करना पड़ेगा। (MP News)
भोपालपुरा के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कक्षा 11वीं एवं 12वीं में छात्र संख्या 20 के लगभग बताई जा रही है। पूर्व में यहां पर शैक्षणिक कार्य अतिथि शिक्षकों से कराया जाता था। छात्र संख्या कम होने पर यहां से अतिथि की व्यवस्था खत्म कर दी गई है। ऐसे में भोपालपुरा में बच्चों को पढ़ाने शिक्षक नहीं है। छात्रों की शिकायत पर कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने भोपालपुरा स्कूल में शिक्षकों की व्यवस्था करने के निर्देश निवाड़ी डीईओ उन्मेश श्रीवास्तव को दिए थे। इस पर उन्होंने पृथ्वीपुर के कन्या संकुल प्राचार्य एनके अहिरवार को भोपालपुरा में शिक्षकों की व्यवस्था करने का आदेश दिया था। (MP News)
इस संबंध में संकुल प्राचार्य एनके अहिरवार से बात की तो उनका कहना था कि डीईओ के आदेश पर ड्यूटी लगाई है। भोपालपुरा में शिक्षक नहीं हैं, ऐसे में यह व्यवस्था की गई है। दूरी के सवाल पर उनका कहना था कि भोपालपुरा की दूरी 5 से 6 किलोमीटर है। यदि किसी को परेशानी है तो विरोध करें, क्या समस्या है। स्कूल के बच्चों की पढ़ाई भी तो जरूरी है। वहीं इस मामले में डीईओ उन्मेश श्रीवास्तव से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
डीईओ के आदेश पर एनके अहिरवार ने भौतिक के शिक्षक सुनील कुशवाहा, रसायन शिक्षक अतुल अड़जरिया, जीव विज्ञान के प्रमोद मगरेया, इतिहास के विवेकानंद पाण्डेय एवं राजनीति शास्त्र के शिक्षक धर्मेंद्र अहिरवार की ड्यूटी भोपालपुरा स्कूल में लगाई है। इन शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह पहले कन्या स्कूल आएंगे और पहला पीरियड पढ़ाएंगे।
इसके बाद भोपालपुरा जाकर दो पीरियड लेंगे। इसके बाद वापस कन्या शाला आकर छात्रों को पढ़ाएंगे। कन्या स्कूल से भोपालपुरा की दूरी 3 किलो मीटर है। ऐसे में इन शिक्षकों को आने-जाने में 16 किलोमीटर का सफर करना पड़ेगा। इस सफर में ही उनका 30 से 40 मिनट का समय निकल जाएगा। फिर वह कैसे सभी पीरियड पूरे करेंगे, इस पर किसी का ध्यान नहीं है। शिक्षक भी इसे बेतुका आदेश बता रहे हैं। (MP News)