जयपुर शहर की लाइफलाइन बीसलपुर डेम के छलकने का सिलसिला 127 दिन बाद गुरूवार शाम को थम गया। डेम का खुला एक गेट जल संसाधन विभाग ने बंद कर पानी की निकासी पूरी तरह रोक दी है।
Overflow from Bisalpur Dam stopped: जयपुर शहर की लाइफलाइन बीसलपुर डेम के छलकने का सिलसिला 127 दिन बाद गुरूवार शाम को थम गया। डेम का खुला एक गेट जल संसाधन विभाग ने बंद कर पानी की निकासी पूरी तरह रोक दी है। हालांकि अब भी त्रिवेणी में पानी का बहाव 2.10 मीटर हाइट पर बना हुआ है लेकिन पानी की इस आवक से डेम के वाटरगेज का अब मेंटेन किया जाएगा। पानी की निकासी बंद होते ही अब डेम के कैचमेंट एरिया पर खामोशी छा गई है।
बीसलपुर डेम के निर्माण के बाद से लेकर अब तक इस साल सर्वाधिक दिनों तक डेम से पानी की निकासी का नया रिकॉर्ड बन चुका है। इसके साथ ही डेम से सर्वाधिक मात्रा में पानी की निकासी भी इसी साल हुई है। इस साल डेम से 140 टीएमसी पानी की निकासी की गई है। इस बार मानसून के दौरान जुलाई माह में ही डेम छलक उठा और डेम के गेट खोलने पड़े।
मालूम हो राजस्थान में दक्षिण पश्चिमी मानसून विदा होने के बाद बीते 21 अक्टूबर को बीसलपुर बांध के खुले सभी गेट बंदकर पानी की निकासी रोक दी गई। वहीं पोस्ट मानसून बारिश का दौर शुरू होने पर डेम में पानी की आवक बढ़ते ही जल संसाधन विभाग ने पिछले 28 अक्टूबर को एक गेट खोलकर डेम से पानी की निकासी शुरू की गई जो बीते 4 दिसंबर को थमी है।
बीसलपुर डेम पर तैनात जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता मनीष बंसल के अनुसार इस साल पोस्ट मानसून बारिश होने पर खेतों में बारिश का पानी जमा हो गया। किसानों ने पंप लगाकर खेतों का पानी वापस बनास नदी के पास की नहरों में छोड़ने से इस साल नवंबर दिसंबर में भी डेम में पानी की आवक जारी रही। बीसलपुर बांध में अभी जल संग्रहण पूर्ण भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर पर स्थिर है।
बीसलपुर बांध क्षेत्र के आसपास के किसानों ने बनास नदी से वाटर पंप के जरिए सिंचाई के लिए पानी लेना शुरू कर दिया है। जिसके कारण डेम में पानी की आवक कम हो गई है। हालांकि जल संसाधन विभाग नवंबर से मार्च तक सिंचाई के लिए डेम से नहरों में पानी छोड़ने की कार्रवाई करता है। लेकिन बनास नदी के नजदीक के रहवासी किसान सीधे नदी से ही पानी ले रहे हैं। त्रिवेणी में शुक्रवार सुबह पानी का बहाव 2.10 मीटर हाइट पर दर्ज किया गया है।