बीसलपुर डैम छलकने की खुशी में गांव में बहार उत्सव शुरू हो गया है। तेजाजी महाराज की बिंदोरी, शोभायात्रा, चूरमा-बाटी का सामूहिक भोज और शाम को मेले में जनसैलाब उमड़ पड़ा, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए।
Bisalpur Dam: टोंक जिले में बीसलपुर डैम छलकने की खुशी में ग्रामीणों ने बुधवार रात से बहार उत्सव की शुरुआत की। गांववासियों ने लोक देवता तेजाजी महाराज की बिंदोरी बड़े धूमधाम से निकाली, जिसमें ग्रामीणों ने पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य कर उत्सव का रंग जमाया।
बता दें कि गुरुवार सुबह अलगोजों की मधुर धुनों और ढोल-नगाड़ों की थाप पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। ग्रामीण महिलाओं ने सिर पर कलश सजाकर शोभायात्रा की अगुवाई की। वहीं, बच्चे और युवक रंग-बिरंगे परिधानों में उत्साह से शामिल हुए।
दोपहर तक हर घर में चूरमा-बाटी की सुगंध फैल गई। सामूहिक भोज का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। ग्रामीणों का कहना है कि बीसलपुर डैम का छलकना उनके लिए खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक है। इसलिए हर साल इस मौके पर बहार उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है।
शाम होते-होते गांव का मैदान मेले में तब्दील हो गया। यहां झूले, खाने-पीने की दुकानें और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। दूर-दराज से आए लोग उत्सव में शामिल होकर आनंद ले रहे हैं। ग्रामीणों का मानना है कि यह परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है, जो गांव में भाईचारा और एकजुटता का संदेश देती है।