अजमेर डिस्कॉम के एमडी केपी वर्मा के निर्देश के बाद उदयपुर सर्कल एसइ केआर मीणा ने निलम्बन आदेश जारी किया।
उदयपुर। ऑनलाइन गेमिंग सट्टा चलाने के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी बिजली निगम के टेक्नीशियन नवल किशोर शर्मा उर्फ मेडी को सस्पेंड कर दिया। वह लंबे समय से गैरहाजिर था। हाल में अम्बामाता थाना पुलिस की कार्रवाई में नामजद किया था। मामला सामने आने के बाद निलम्बन कार्रवाई की गई। अजमेर डिस्कॉम के एमडी केपी वर्मा के निर्देश के बाद उदयपुर सर्कल एसइ केआर मीणा ने निलम्बन आदेश जारी किया। उसका मुख्यालय खेरवाड़ा किया है।
31 अगस्त को अंबामाता थाना क्षेत्र के मकान में ऑनलाइन गेमिंग सट्टा चलाते हुए मयंक सिंह रत्नावत को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अर्पित और नवल के साथ ऑनलाइन गेमिंग सट्टा चला रहा था। रत्नावत व अर्पित गिरफ्तार हो चुके, नवल फरार है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी नवल दुबई में रहकर ऑनलाइन सट्टा चला रहा था। बीते माह ही उदयपुर आया था। निगम अधिकारियों का कहना है कि नवल लंबे समय से गैरहाजिर था। इस दौरान वह कहां गया, जानकारी नहीं। लिहाजा आरोपी बिना अनुमति विदेश में रह रहा था और निगम अफसरों को पता नहीं। वह करीब 9 माह से लगातार गैरहाजिर होने के बावजूद कार्रवाई नहीं करना आश्चर्य की बात है।
आरोपी नवल बड़गांव एईएन कार्यालय में बतौर टेक्नीशियन सर्विस में रहा है। वह पिछले तीन साल से नियमित सेवाएं नहीं दे रहा है, जबकि 9 माह से गैर हाजिर चल रहा था। इसके बावजूद बड़गांव एईएन, एक्सईएन ने कार्रवाई नहीं की, बल्कि आरोपी की छुट्टी स्वीकृत करते रहे। निगम प्रशासन ने महज नवल किशोर को निलम्बित कर दिया, लेकिन जिम्मेदार एइएन को बचा लिया।