उदयपुर गैंगरेप मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। आईटी कंपनी के सीईओ सहित तीन आरोपियों को जेल भेजा गया है। डैशकैम में रिकॉर्ड आवाज की पुष्टि के लिए पुलिस ने आरोपियों के वॉयस सैंपल लिए।
उदयपुर: सुखेर थाना क्षेत्र में चलती कार में आईटी कंपनी की महिला मैनेजर से गैंगरेप के मामले में पुलिस ने रिमांड अवधि पूरी होने पर सोमवार को फिर से आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया।
रिपोर्ट में जिस डैशकैम की रिकॉर्डिंग का हवाला दिया गया है, उसकी जांच और पुष्टि के लिए पुलिस ने तीनों आरोपियों के वॉइस सैंपल लिए हैं। वहीं, दोनों पुरुष आरोपियों की जांच भी कराई है, जो पीड़िता की मेडिकल जांच से मेल खा सके। अब तक हुई जांच में आरोपी दंपती के घर से पीड़िता के कपड़े बरामद किए हैं।
एफआईआर में पीड़िता ने होटल में बर्थडे पार्टी का जिक्र किया था। वहीं, घर पहुंचाने से पहले रास्ते में एक शॉप से स्मॉकिंग आइटम लेने की बात लिखी थी। ऐसे में पुलिस ने शुरुआत से लेकर अंतिम समय तक की कड़ियों को जोड़ा है। जहां होटल में पार्टी होने की पुष्टि को लेकर होटलकर्मियों से पूछताछ की गई, वहीं रास्ते में स्मॉकिंग आइटम खरीदने की बात पर संबंधित दुकानदार से भी पूछताछ की।
पार्टी में मौजूद दो अन्य महिला कर्मचारी से भी पूछताछ की गई। होटल से निकलने और पीड़िता को घर छोड़ने के समय और दूरी का भी अवलोकन बारीकी से किया गया। संबंधित सीसीटीवी फुटेज भी जुटाकर देखे गए, ताकि लगाए गए आरोपों की पुष्टि हो सके।
जांच में पता लगा कि चलती कार में पहले तो आरोपियों ने नशे की हालत में पीड़िता के साथ आपत्तिजनक हरकतें की। इससे आहत होकर पीड़िता घर छोड़ने के लिए कहने लगी। आरोपी उसकी बात को अनसुना करते हुए 3 घंटे तक कार में घुमाते रहे। पूरे घटनाक्रम में गैंगरेप करना बताया गया, जिसके आधार पर केस दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि चलती कार में आईटी कंपनी की मैनेजर से गैंगरेप का मामला पिछले दिनों सामने आया था। सीईओ की बर्थडे पार्टी में जमकर शराब पी गई। घर छोड़ने के बहाने पीड़िता को कार में बैठाकर वारदात की। पीड़ित ने अपनी कंपनी के सीईओ, महिला एग्जीक्यूटिव हेड और उसके पति पर गैंगरेप के आरोप लगाए थे।