lokayukta action: मंदिर में 'भगवान' के रिश्वत लेते ही पास खड़े लोकायुक्त डीएसपी ने पूछा रूपये गिन लिए बराबर हैं तो जवाब दिया हां बराबर हैं...।
lokayukta action: मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी का सिलसिला खत्म होता नहीं दिख रहा है। आए दिन कहीं न कहीं रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को लोकायुक्त रिश्वत लेते पकड़ रही है और अब उज्जैन में तो लोकायुक्त टीम ने शनि मंदिर में 'भगवान' को रिश्वत लेते पकड़ा है। हैरान होने की जरूरत नहीं है दरअसल भगवान उस रोजगार सहायक का नाम है जो शनि मंदिर में रिश्वत ले रहा था और तभी मंदिर में लोकायुक्त टीम ने उसे रंगेहाथों धरदबोचा।
आगर मालवा जिले की कंवराखेड़ी पंचायत का रोजगार सहायक भगवान सिंह सोंधिया को उज्जैन के शनि मंदिर में 11 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। रिश्वतखोर रोजगार सहायक भगवान सिंह के खिलाफ सुसनेर तहसील के कंवराखेड़ी गांव के रहने वाले राजेश दांगी ने बीते मंगलवार को उज्जैन लोकायुक्त एसपी से शिकायत की थी। जिसमें उसने बताया था कि उसके भाई बालचंद दांगी के नाम से पीएम आवास स्वीकृत हुआ है और पहली किस्त 25000 रूपये प्राप्त होने के बाद अगली किस्त के 40 हजार रूपये जारी करने के लिए बदले में उससे रोजगार सहायक भगवान सिंह 15 हजार रूपये की रिश्वत मांगी है।
फरियादी राजेश दांगी ने बताया कि उसने लोकायुक्त टीम के कहने पर शनिवार को रोजगार सहायक भगवान सिंह को फोन किया। तब भगवान सिंह ने कहा कि शनिचरी अमावस्या पर वो उज्जैन स्नान व शनि मंदिर में पूजन करने आया है जिस पर उसे मंदिर में ही ट्रैप करने के लिए जाल बिछाया गया। बातचीत करने पर रोजगार सहायक ने रिश्वत देने के लिए फरियादी को शनि मंदिर में बुलाया और मंदिर में ही रिश्वत के 11 हजार रूपये लिए। जैसे ही रोजगार सहायक भगवान सिंह ने रिश्वत के रूपये लिए तो सादे कपड़ों में मौजूद लोकायुक्त डीएसपी ने उससे पूछा कि रूपये गिन लिए बराबर हैं न तो भगवान सिंह ने जवाब देते हुए कहां हां और इतना कहते ही लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगेहाथों पकड़ लिया।