Nag Panchami 2025 : नागपंचमी के अवसर पर श्री नागचंद्रेश्वर महादेव के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। आधी रात से पहले लंबी कतारें लग गई थी। 'जय महाकाल' के जयकारों से गूंज उठी धर्मनगरी।
Nag Panchami 2025 : साल में सिर्फ एक बार नागपंचमी के अवसर पर खुलने वाले मध्य प्रदेश की धर्म नगरी उज्जैन में स्तित श्री नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर के पट भक्तों के दर्शन के लिए रात 12 बजे शुभ मुहूर्त के अनुसार खोल दिए गए हैं। खास बात ये रही कि, मंदिर के पट भले ही रात 12 बजे खोले गए, लेकिन श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला दोपहर से ही यहां जारी था। रात 12 बजे मंदिर के पट खुलने तक हजारों की संख्या में भक्त यहां कतार में लग चुके थे।
कोई अपने बच्चों को कंधे पर बिठाए हुए था, तो कोई बुजुर्गों का सहारा बने दर्शन की प्रतीक्षा कर रहा था। हर चेहरे पर एक अद्भुत भक्ति-भाव और मुस्कान थी। "जय बाबा महाकाल", "जय नागचंद्रेश्वर" के जयकारों से माहौल पूरी तरह भक्तिमय बना रहा। हल्की बूंदाबांदी के बीच भी लोगों के पैर नहीं डगमगाए सब उल्लास और उमंग से दर्शन की आस लेकर खड़े रहे।
वहीं, दूसरी तरफ रात 12 बजे मंदिर के पट खुलने के बाद सबसे पहले श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाडा महाकालेश्वर मंदिर के महंत विनीतगिरी महाराज ने विधि-विधान से नागचंद्रेश्वर भगवान का पूजन अर्चन किया। इस दौरान प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सम्पतिया उइके, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा समेत जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
श्री नागचंद्रेश्वर की प्रतिमा के पूजन के पश्चात श्री नागचंद्रेश्वर के शिवलिंग का पूजन और अभिषेक किया गया। पूजन अर्चन के बाद भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए गए।
श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए शहर पुलिस ने जगह-जगह नियंत्रण के लिए जवानों की तैनाती कर रखी है। खासकर महाकाल मंदिर के आसपास के मार्गों, संकरे गलियारों और मुख्य प्रवेश द्वारों पर पुलिस की सतर्क निगरानी की गई है। इसके अलावा पुलिस प्रशासन ने पर्याप्त बैरिकेडिंग, चिकित्सा सुविधा और पेयजल की व्यवस्था कर रखी है।
इसके अलावा कई सामाजिक कार्यकर्ता और स्वयंसेवी संगठन के सदस्य भी भीड़ नियंत्रण और बुजुर्गों की सहायता में सक्रीय हैं। उनके द्वारा कतार में लगे लोगों को पानी, प्राथमिक सहायता और मार्गदर्शन जैसी सेवाएं दी जा रही हैं।