Unnao rape case पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पुत्रियों ने न्यायपालिका पर सवाल उठाया है। छोटी बेटी की एक्स पर कड़ी प्रतिक्रिया के बाद अधिवक्ता बेटी ने कहा कि यदि पीड़िता के पास कोई सबूत नहीं है तो उनके सबूत को सुना जाए।
Unnao rape case उन्नाव दुष्कर्म मामले में पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पुत्री ऐश्वर्या सेंगर ने कहा कि उनके पिता ने यदि पीड़िता की तरफ आंख उठाकर देखा हो तो उन्हें फांसी पर चढ़ा दिया जाए। लेकिन पहले एक सबूत तो दो। रेप पीड़िता के साथ उनके परिवार की पुरानी दुश्मनी है। साजिश के तहत उनके ऊपर मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसके पहले कुलदीप सिंह सेंगर की दूसरी बेटी ने भी सबूतों के अनदेखा करने का आरोप लगाया था। एक्स पर उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव दुष्कर्म मामले में पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पुत्रियों ने न्यायपालिका पर सवाल उठाया है। उन्होंने बताया कि भीड़ तंत्र के दबाव में सबूत को अनदेखा कर दिया गया है। अधिवक्ता बेटी ऐश्वर्या सिंह ने एक न्यूज़ एजेंसी को दिए इंटरव्यू में बताया है कि प्रोटेस्ट करने वालों को इसका अधिकार है। लेकिन कृपया कर एक बार उनसे घटना का सबूत मांग लीजिए कि कुलदीप सिंह सेंगर ने उनके साथ ऐसा-ऐसा किया है। शिवाय पीड़िता के बोलने के उनके पास कोई सबूत नहीं है। अपने बयानों को भी पीड़िता ने कई बार बदला है।
ऐश्वर्या सिंह ने बताया कि पीड़िता की तरफ से उनके पिता और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें ढाई महीने बाद बयान बदल गया। दुष्कर्म पीड़िता के चाचा सन 2000 के हिस्ट्रीशीटर हैं। जिनके ऊपर 17 मुकदमे हैं। यह मुकदमे उनके पैदा होने के पहले से चल रहे हैं। उनके ऊपर हत्या का भी मुकदमा दर्ज है और इस समय वे तिहाड़ जेल में बंद हैं। हमारे परिवार से इनकी दुश्मनी बहुत पुरानी है।
ऐश्वर्या सिंह ने कहा कि वह भी एक बच्ची है और इस प्रकार की घटनाओं में उनकी भी भावनाएं पीड़िता के साथ जुड़ जाएंगी और ट्विटर पर गालियां लिख रही होती। लेकिन उस कहानी में कितनी सच्चाई है, यह जानने की भी जरूरत है। आपको यह भी जानना चाहिए कि दूसरी तरफ भी बेटियां हैं (पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की दो बेटियां हैं)। उस इंसान को जितना बुरा आप लोग समझ रहे हैं, वह ऐसे नहीं है। केवल एक सबूत दे दीजिए। उसके बाद आप मेरे पिता को फांसी पर लटका दीजिए। लेकिन यदि कोई सबूत नहीं है तो यह हमारा हक है कि मेरे सबूतों को भी सुना जाए।