पूजा घर में मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की मूर्ति स्थापित करके नियमित पूजा करने से घर में धन की कमी दूर होती है। वास्तु के अनुसार ये दोनों देवता धन, सौभाग्य और समृद्धि के प्रतीक हैं। साफ-सफाई और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने से घर में स्थिर आय, बरकत और खुशहाली बढ़ती है। यह उपाय आर्थिक मुश्किलों को दूर करने में अत्यंत प्रभावी माना जाता है।
आजकल के समय में बढ़ते खर्च, बिन बुलाई मुसीबत, और आर्थिक अस्थिरता से हर कोई परेशान है. सभी लोग पैसा कमाने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं लेकिन उसके बावजूद भी पैसे से जुड़ी दिक्कतें हमेशा ही रहती हैं. ऐसे में कुछ वास्तु टिप्स को फॉलो करके आप इन समस्या से छुटकारा पा सकते हैं.
मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर को धन, दौलत और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. माना जाता है कि जहां मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर का वास होता है वहां कभी भी पैसों की कमी नहीं होती है. अगर कोई व्यक्ति आर्थिक संकट, कर्ज, नुकसान या पैसों की रुकावट से परेशान हो, तो इनके उपाय उसके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकते हैं.
वास्तु के अनुसार, पूजा घर में मां लक्ष्मी (Mata Laxami) और कुबेर की मूर्ति पूर्व या उत्तर दिशा में स्थापित करनी चाहिए. इन दिशाओं को ऊर्जा और धन का स्रोत माना जाता है. मूर्ति स्थापित करने के बाद रोजाना दीपक जलाकर, पूजा करके और मंत्रोच्चार करके देवी-देवताओं का आशीर्वाद लेना चाहिए. रोजाना पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और धन की आवक में तेजी आती है.
वास्तु के अनुसार, पैसा वहीं ठिकता है जहां पॉजिटिविटी के साथ ही श्रद्धा और सफाई होती है. इसलिए पूजा घर और उसके आस-पास की सफाई पर खास ध्यान देना बहुत जरूरी है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, जिस घर में गंदगी, अया टूटी-फूटी चीजें पड़ी रहती हैं, वहां मां लक्ष्मी कभी नहीं आतीं. ऐसी जगहों पर दरिद्रता, आर्थिक कष्ट और स्ट्रेस बढ़ने की संभावना ज्यादा रहती है. साफ-सुथरा वातावरण देवी-देवताओं को अपनी ओर आकर्षित करता है और वहां पर खुशहाली आती है.
अगर आप पैसे की तंगी से जूझ रहे हैं, तो आपको मोर पंख से कुछ उपाय करने चाहिए. ये देवी लक्ष्मी से जुड़े हैं और माना जाता है कि ये घर में खुशहाली लाते हैं. ये पंख घर को कीड़ों और मक्खियों से भी दूर रखते हैं. जिंदगी से पैसे की रुकावटों को दूर करने के लिए लॉकर में सात मोर पंख रखें. यह आपको समस्याओं का हल ढूंढने और जिंदगी में सफलता पाने में मदद करेगा.