वाराणसी

‘हिंदू-मुसलमानों के बीच एकता का संदेश देना..’ मुस्लिम महिलाओं ने देव दीपावली के लिए बनाए गोबर से दीपक

Dev Deepawali 2025: मुस्लिम महिलाओं ने देव दीपावली के लिए गोबर से दीपक बनाए। BJP नेता हुमा बानो ने कहा कि हम एक लाख दीए बनाकर लोगों में बांटेंगे।

2 min read
Oct 17, 2025
मुस्लिम महिलाओं ने देव दीपावली के लिए बनाए गोबर से दीपक। फोटो सोर्स-IANS

Dev Deepawali 2025: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली की तैयारियां जोरों पर हैं। इस साल देव दीपावली के मौके पर लगभग 10 लाख दीपक से घाट जगमगाएंगे। गंगा-जमुनी तहजीब की एक खूबसूरत मिसाल पेश करते हुए, वाराणसी की मुस्लिम महिलाएं त्योहार में अहम भूमिका निभा रही हैं।

ये भी पढ़ें

दुल्हों से पैसे ऐंठ कर बहने करती थी मौज; अपनी अदाओं से कुंवारों को देती थी झांसा, दुल्हन बनकर…

गाय के गोबर से दीपक तैयार कर रही मुस्लिम महिलाएं

ये महिलाएं गाय के गोबर से 1 लाख दीपक तैयार कर रही हैं। जिन्हें देव दीपावली के दौरान घाटों पर जलाया जाएगा। पिछले 15 दिनों से लगभग 300 महिलाएं अलग-अलग समूहों में दीपक बना रही हैं। महिलाओं का कहना है कि उन्हें अपने हाथों से बनाई गई कलाकृतियों से वाराणसी को रोशन करने में योगदान देने पर गर्व है। वाराणसी की एकता और सद्भाव की संस्कृति का एक अनूठा प्रतीक यह पहल है।

'मैं हिंदू और मुसलमानों के बीच एकता का संदेश देना चाहती हूं'

BJP नेता हुमा बानो ने कहा कि हम एक लाख दीए बनाकर लोगों में बांटेंगे। सामाजिक कार्यकर्ता खुर्शीदा बानो ने कहा, "हम पिछले 15 दिनों से गाय के गोबर से दीपक बना रहे हैं। इसके जरिए मैं हिंदू और मुसलमानों के बीच एकता का संदेश देना चाहती हूं।"

शहर में 10 लाख से ज्यादा दीपक जलाए जाएंगे

बता दें कि वाराणसी में भव्य देव दीपावली मनाने की परंपरा को जारी रखते हुए यूपी प्रशासन इस अवसर को और भी भव्य तरीके से मनाने की तैयारी कर रहा है। इस बार वाराणसी में देव दीपावली का उत्सव ऐतिहासिक और पर्यावरण के अनुकूल होने जा रहा है। शहर में 10 लाख से ज्यादा दीपक जलाए जाएंगे। इनमें 1 लाख दीपक गोबर से बने होंगे। ये दीपक तालाबों, कुंडों और घाटों पर सजाए जाएंगे।

1 से 4 नवंबर तक होगा गंगा महोत्सव

घाटों को आकर्षक रोशनी और सजावट से सजाया जा रहा है, साथ ही विशेष सफाई अभियान भी चलाया जा रहा है। जिससे काशी की सुंदरता और पवित्रता बनी रहे। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक इस नजारे को देखने वाराणसी पहुंचेंगे। देव दीपावली से पहले, 1 से 4 नवंबर तक राजघाट पर चार दिन का गंगा महोत्सव होगा। जिसमें स्थानीय कलाकार अपनी कला दिखाएंगे। हर साल देव दीपावली काशी को आस्था, संस्कृति और परंपरा का अनोखा मंच बनाती है। होटल, गेस्ट हाउस, नावें और क्रूज पहले ही बुक हो चुके हैं, क्योंकि लोग इस भव्य दृश्य को देखने के लिए उत्साहित हैं।

ये भी पढ़ें

पहले पीटा और फिर मुंडवा दिए आधे बाल और आधी मूंछें; क्या है ‘तालिबानी सजा’ की वजह

Also Read
View All

अगली खबर