Varanasi में मोक्ष के लिए आंध्र प्रदेश से काशी पहुंचे दो सगे भाइयों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। वाराणसी के आंध्रा आश्रम में शव मिलने के बाद हड़कंप मच गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार मोक्ष की प्राप्ति ही अंतिम शांति है। ऐसा माना जाता है कि काशी की धरती पर यदि आपका देहांत होता है तो आपको मोक्ष की प्राप्ति होगी। देश-दुनिया से कई लोग वाराणसी बैकुंठ प्राप्ति के लिए आते हैं। बहुत लोगों की इच्छा पूरी होती है कई मायूस होकर महादेव का नाम लेकर घर वापस लौट जाते हैं।
Varanasi के आंध्रा आश्रम में दो भाइयों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। दोनों आंध्र प्रदेश के बताए जा रहे हैं। सुबह सफाईकर्मी जब कमरे की सफाई के लिए गया तो कमरे से बदबू आने पर उसने आश्रम के मैनेजर वीवी सुन्दर शास्त्री को इसकी सूचना दी। आश्रम के मैनेजर ने दरवाजा खटखटाया लेकिन दरवाजा नहीं खुला। मैनेजर ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर देखा तो दोनों भाइयों का शव दरवाजे के कुंड़ी से लटका हुआ था। पुलिस ने आश्रम से दोनों के परिजनों का ब्योरा लिया। पुलिस ने आश्रम के CCTV में दोनों भाइयों के गतिविधि पर भी नजर डाली। पुलिस अन्य CCTV फुटेज खंगाल रही है।
आंध्र प्रदेश के नारायणपुरम जिले के वेस्ट गोदावरी के रहने वाले पी लक्ष्मी नारायणम और वी लोक विनोद सगे भाई थे। लक्ष्मी नारायणम की उम्र 34 साल थी और विनोद की उम्र 32 साल थी। दोनों 28 अगस्त को तारक आश्रम में आए थे। दोनों को आश्रम के सेकंड फ्लोर पर कमरा दिया गया था। आश्रम के कर्मचारियों के अनुसार दोनों 8 सितंबर को कशी विश्वनाथ के दर्शन करके आएं और कमरा बंद कर लिया। उसके बाद वो कमरे से बाहर नहीं निकले।
पुलिस की माने तो पहले बड़े भाई ने फांसी लगाई है। बड़े भाई का पैर और हाथ बंधा हुआ था। छोटे भाई ने बड़े भाई के मरने के बाद फांसी लगाई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस दोनों के पिता मल्ला तिरुपति राव से भी संपर्क करने में लगी हुई है।
भेलूपुर ACP धनंजय मिश्रा ने बतया कि शव लगभग दो दिन पुराना है। परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है। आत्महत्या की वजह जानने में पुलिस जुटी हुई है। परिजनों के आने के बाद ही पोस्टमार्टम किया जाएगा। अभी शव को मर्चरी में रखा गया है।
इसी आश्रम में दस महीने पहले एक परिवार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसमें पति, पत्नी और दो जवान बेटे शामिल थे। वो आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। सुसाइड नोट में पाया गया कि वो कर्ज का दबाव नहीं झेल पाए और सुसाइड कर लिया।