Varanasi News: काशी के करपात्री धाम आश्रम में हुई एक सनसनीखेज घटना ने पूरे इलाके को चर्चा में ला दिया है। एक दंपती ने आरोप लगाया कि आश्रम के चार शिष्यों ने महिला के साथ कमरे में घुसकर छेड़छाड़ और अश्लील हरकत की, जबकि विरोध करने पर पति को पीटा गया।
Allegations of molestation in ashram in Varanasi: काशी के करपात्री धाम आश्रम में 14 अक्टूबर की रात एक दंपती के साथ विवाद ने पूरे परिसर को हिला दिया। आरोप है कि आश्रम के चार शिष्य राहुल, राज, शुभम और शिवम महिला को उसके कमरे में घुसकर छेड़खानी और अश्लील हरकतों का शिकार बनाया। यह सब उसके पति के सामने हुआ, जो पहले आश्रम की गोशाला में काम करता था। विरोध करने पर चारों ने पति के साथ मारपीट की और महिला को दूसरे कमरे में ले जाने की कोशिश की।
विवाद तब रुका जब महिला के जोर-जोर से चिल्लाने पर आश्रम के अन्य शिष्य दौड़कर पहुंचे और उसे आरोपियों से अलग किया। दंपती ने उसी दिन भेलूपुर थाने में शिकायत दी, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई नहीं की और सिर्फ चालान कर छोड़ दिया।
एक मीडिया चैनल से बातचीत में आश्रम पदाधिकारियों ने बताया कि यह विवाद सात साल पुरानी घटनाओं और दंपती की व्यक्तिगत रंजिश से जुड़ा है। आरोप है कि महिला का पति, जो पहले गोपालक था, छह महीने पहले आश्रम से निकाला गया था और जाते वक्त उसने चारों शिष्यों को सबके सामने अपमानित किया था।
आश्रम के अनुसार, युवक सात साल पहले हरदोई से काशी घूमने आया था और करपात्री धाम से जुड़कर यहीं सेवा में लग गया। बाद में उसकी शादी हुई और पत्नी भी यहीं रहने लगी। सब कुछ ठीक रहा, लेकिन छह महीने पहले आश्रम की खरीदारी में गड़बड़ी के आरोप के बाद उसे बाहर कर दिया गया। यही विवाद बाद में बड़ी तनातनी का कारण बना।
पति आश्रम छोड़कर लुधियाना जॉब करने चला गया, लेकिन काशी में किराए पर कमरा लेकर परिवार वहीं रखता रहा। आश्रम से उसका संपर्क बना रहा। आश्रम के लोगों का कहना है कि पुराने विवाद के चलते शिष्य नाराज थे और दंपती के आश्रम लौटने पर तनाव बढ़ गया।
घटना वाले दिन दंपती महंत से मिलने और मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। वहीं चारों शिष्य सामने आए और कथित तौर पर तल्ख शब्द कहे। इसके बाद दंपती ऊपर कमरे में गए तभी चारों शिष्य पीछे-पीछे पहुंच गए और विवाद शुरू हो गया।
करपात्री धाम के पुजारी अनिरुद्ध शर्मा ने पुष्टि की कि चारों शिष्यों को आश्रम से निष्कासित किया गया है। उन्होंने विवाद को पुरानी लड़ाई का परिणाम बताते हुए कहा कि छेड़छाड़ की शिकायत आई थी, लेकिन जांच पुलिस कर रही है।
महंत सर्वेश्वर महाराज ने कहा कि उन्हें सिर्फ मारपीट की सूचना मिली थी। उनका कहना है कि दंपती परिचित हैं और आश्रम में रेप की कोई घटना सामने नहीं आई। छेड़छाड़ के मामले में पुलिस जांच कर रही है।
भेलूपुर ACP गौरव कुमार के अनुसार, महिला के पति को चार महीने पहले आश्रम से निकाला गया था। 14 अक्टूबर को केस दर्ज कर आरोपियों का चालान हुआ। लेकिन बाद में महिला ने मजिस्ट्रेट के सामने रेप की कोशिश का बयान दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस नए सिरे से जांच कर रही है।