वैज्ञानिकों ने हाल ही में विलुप्त मानव प्रजाति से जुड़ी एक बड़ी खोज की है। क्या है वो खोज? आइए जानते हैं।
दुनियाभर के वैज्ञानिक अक्सर ही अलग-अलग खोजों में लगे रहते हैं। कई वैज्ञानिक वर्तमान और भविष्य को ध्यान में रखते हुए खोज करते हैं तो कई पुराने समय की चीज़ों की खोज करते हैं जिससे उनसे जुड़ी अहम जानकारी का पता लगाया जा सके। हाल ही में केन्या के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी ही खोज की है जिससे लाखों साल पुराने कई राज़ खुल सकते हैं।
केन्या के कोबी फोरा इलाके में वैज्ञानिकों ने एक विलुप्त मानव प्रजाति पैरैंथ्रोपस बॉइसाई के हाथ के जीवाश्म खोजे हैं। अब तक वैज्ञानिक इसके बारे में केवल इसकी बड़ी खोपड़ी और विशाल दांतों के आधार पर जानते थे। नए जीवाश्म करीब 15 लाख साल पुराने बताए जा रहे हैं।
15 लाख साल पुराने हाथ के जीवाश्म से वैज्ञानिकों को इससे जुड़ी इंसानी प्रजाति के बारे में बड़ी बात पता चली है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह प्रजाति लगभग 20-26 लाख साल पहले पूर्वी अफ्रीका में रहती थी।
वैज्ञानिकों को मिले हाथ के जीवाश्म से पता चलता है कि पैरैंथ्रोपस बॉइसाई की पकड़ मजबूत थी। उनकी उंगलियों की चौड़ाई और आकार गोरिल्ला जैसा था। यह पहली बार है जब पैरैंथ्रोपस बॉइसाई को हाथ और पैर के हड्डियों से जोड़ा जा सका है। इस प्रजाति का हाथ इंसानों जैसा तो है, लेकिन उसमें गोरिल्ला जैसी विशेषताएं भी हैं।