Afghan Asylum Assault: यूके में अफगान शरणार्थी ने फूड डिलीवरी के बहाने दो महिलाओं पर अश्लील हमला किया। वह ओवर स्टे होने के बावजूद आजाद घूमता रहा, कोर्ट ने उसे सजा सुनाई।
Afghan Asylum Assault: ब्रिटेन में अफगानिस्तान के एक शरणार्थी ने फूड डिलीवरी के बहाने दो महिलाओं के घर जा कर उनके साथ अश्लील हरकतें (Afghan Asylum Assault) कीं। यह शख्स पहले ही ओवरस्टे का फैसला झेल चुका था, फिर भी देश में घूमता रहा। कोर्ट ने उसे दोषी ठहराया, लेकिन ये घटना ब्रिटेन की इमिग्रेशन पॉलिसी पर सवाल खड़े कर रही है। पहली घटना में यह अफगान डिलीवरी बॉय बन कर (UK Delivery Crime) घर पहुँचा। महिला ने दरवाजा खोला तो उसने अंदर घुसने की कोशिश (Overstay Migrant Attack) की। महिला ने चिल्ला कर उसे भगाया, लेकिन वो भागा नहीं। CCTV में कैद वीडियो में साफ दिख गया कि वो महिला को गले लगाने की कोशिश कर रहा था। महिला ने पुलिस को बताया, "मैं डर गई थी, लेकिन हिम्मत जुटा कर दरवाजा बंद किया।" कुछ दिनों बाद वह दूसरी महिला के घर पहुँचा। यहाँ भी डिलीवरी का बहाना बना कर अंदर घुसा। महिला के पति ने CCTV चैक किया तो हड़बड़ा गया। वह अफगान महिला को छूने की कोशिश कर रहा था। पति ने तुरंत पुलिस बुलाई। दोनों घटनाओं में वो एक ही डिलीवरी ऐप से आया था।
यह शख्स अफगानिस्तान से शरणार्थी बन कर ब्रिटेन आया। होम ऑफिस ने उसका केस रिजेक्ट कर दिया था। फिर भी वो देश में रहता रहा। डिलीवरी जॉब कर के पैसे कमा रहा था। पुलिस ने जब गिरफ्तार किया तो पता चला कि वह कई नाम इस्तेमाल कर रहा था। कोर्ट ने कहा, "यह गंभीर अपराध है, इमिग्रेशन नियम तोड़े।"
लंदन कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया। जज ने कहा, "डिलीवरी का बहाना बना कर वह महिलाओं की सुरक्षा से खेला।" वकील ने दलील दी कि वो मानसिक रूप से कमजोर था, लेकिन कोर्ट ने खारिज कर दिया। अब डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
यह घटना ब्रिटेन में इमिग्रेशन पर बहस छेड़ रही है। ट्रंप जैसे नेता कहते हैं, "ओपन बॉर्डर से अपराध बढ़ा।" ब्रिटेन में लेबर सरकार पर दबाव बढ़ा। हजारों शरणार्थी बोट से आ रहे हैं, जिनकी जाँच सख्त नहीं हुई। महिलाओं की सुरक्षा का सवाल उठा।
भारत में भी Zomato, Swiggy जैसे ऐप्स पर लाखों डिलीवरी बॉय हैं। यहाँ भी वेरिफिकेशन सख्त हो। महिलाएँ अकेली घर पर ऑर्डर करती हैं। सरकार को ऐप्स पर सख्त नियम लगाने चाहिए। CCTV और GPS ट्रैकिंग अनिवार्य होना चाहिए।
विशेषज्ञ कहते हैं, डिलीवरी के समय दरवाजा पूरी तरह न खोलें। वीडियो कॉल पर चेक करें। ऐप्स पर रेटिंग देखें। पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर दिए हैं। ये घटना सबको सतर्क करती है।
"ये शर्मनाक! इमिग्रेशन कंट्रोल सख्त हो, महिलाओं की सुरक्षा पहले। भारत में भी ऐप्स सतर्क रहें।"
– डॉ. नेहा शर्मा, सोशल एक्टिविस्ट।
डिपोर्टेशन कब होगा ?
ऐप ने क्या एक्शन लिया ?
ब्रिटेन में नई इमिग्रेशन पॉलिसी कब ?
बहरहाल UK में यह पहला केस नहीं है, भारत में भी कई शिकायतें आई हैं। ऐप्स का बैकग्राउंड चैक अनिवार्य करें।