गेराल्डिन जोआकिम नाम की महिला 60 देश घूम चुकी है। हालांकि उसने यह भी बताया कि एक जगह ऐसी भी है जहाँ वह कभी वापस नहीं जाएगी। कौनसी है वो जगह और गेराल्डिन वहाँ क्यों वापस नहीं जाना चाहती? आइए जानते हैं।
दुनिया में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जिन्हें घूमना-फिरना काफी पसंद होता है। ऐसे लोग न सिर्फ अपने देश में, बल्कि दूसरे देशों की भी यात्रा करना पसंद करते हैं। यूके (UK) की एक महिला है, जो अब तक 60 देशों की यात्रा कर चुकी है। इस महिला का नाम गेराल्डिन जोआकिम (Geraldine Joaquim) है। 54 साल की गेराल्डिन वेस्ट ससेक्स (West Sussex) की निवासी है और पेशे से हिप्नोथेरेपिस्ट और वेलनेस कोच है। गेराल्डिन को घूमने-फिरने का काफी शौक है और वह अलग-अलग देशों की यात्रा करना पसंद करती है। साल में 4-5 बार वह दूसरे देशों की यात्रा करती है। हालांकि 60 देश घूम चुकी गेराल्डिन को एक जगह बिल्कुल भी पसंद नहीं है।
गेराल्डिन से जब पूछा गया कि ऐसी कौनसी जगह है जो बिल्कुल पसंद नहीं है, तब उसने बताया कि उसे वेनेज़ुएला (Venezuela) की राजधानी काराकास (Caracas) बिल्कुल पसंद नहीं है।
गेराल्डिन ने बताया, "काराकास में मेरी फ्लाइट देर रात पहुंची थी। ऐसे में मैंने एक कार बुक की थी जो मुझे एयरपोर्ट से शहर के एक होटल तक ले गई। अगले दिन मैं इस्ला मार्गारीटा नाम के एक छोटे से आइलैंड के लिए निकली। वहाँ एयरपोर्ट पर मैं कार का इंतजार कर रही थी। शुरू में तो सब ठीक लगा, लेकिन जब काफी देर तक कार नहीं आई तो मुझे घबराहट होने लगी। काफी देर इंतज़ार करने के बाद भी कार नहीं आई। उसके बाद एयरपोर्ट भी खाली हो गया और मैं वहाँ अकेली ही बची थी। मेरे फोन ने भी काम करना बंद कर दिया था।"
गेराल्डिन ने आगे बताया, "दोपहर के 1 बज गए थे लेकिन वहाँ पर कोई भी नहीं था। अचानक से एक आदमी आया और टूटी-फूटी अंग्रेजी में कहा कि वह मुझे होटल ले जाने आया है। लेकिन जैसे ही मैं कार में बैठी, आगे की सीट पर एक और आदमी बैठा दिखा। मेरी घबराहट और बढ़ गई। मैं कभी भी कार में दो अनजान आदमियों के साथ नहीं बैठती, लेकिन मेरे पास और कोई ऑप्शन नहीं था। मैं काफी डर गई थी कि और मैंने अपने बैग से एक चाकू निकालकर अपने हाथ में ले लिया था। आधे घंटे का सफर मैंने चाकू हाथ में लेकर ही किया।"
"मैं सुरक्षित होटल पहुंच गई लेकिन रात भर नींद नहीं आई। अगले दिन जब मैं एयरपोर्ट पहुंची और टैक्सी का किराया दे रही थीं, तभी एक लड़के पीछे से भागते हुए आया और मेरा सामान छीन कर भागने लगा। मैं उसके पीछे गई, तो उसने गलत तरीके से तुरंत एयरपोर्ट में चेक-इन कराने का ऑफर दिया। ऐसे में न चाहते हुए भी मुझे उसको कुछ पैसे देने पड़े। इसके बाद मैंने अपनी फ्लाइट में चेक-इन किया । वापस लौटते वक्त मुझे काराकास एयरपोर्ट पर थोड़ी देर रुकना पड़ा, वहाँ से मैंने सीधे इंग्लैंड के लिए फ्लाइट पकड़ी। यह पूरा एक्सपीरियंस बुरे सपने से भी बदतर था और मैं वापस कभी वहाँ नहीं जाऊंगी।"
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