Israel-Iran War: ईरान पर हमले के बाद अब अमेरिका ने विदेशों में रह रहे अपने नागरिकों को ज़्यादा सतर्क रहने की सलाह दी है। क्या है इसकी वजह? आइए जानते हैं।
इज़रायल (Israel) और ईरान (Iran) के बीच युद्ध अभी भी जारी है और इसमें अमेरिका (United States Of America) की भी एंट्री हो चुकी है। अमेरिका ने B-2 बॉम्बर्स के ज़रिए तीन ईरानी परमाणु ठिकानों फोर्डो (Fordow), नतांज़ (Natanz) और इस्फहान (Esfahan) पर भारी बम गिराते हुए तबाही मचा दी। अमेरिका के इस कदम के बाद ईरान ने भी अमेरिका को धमकी दे दी है कि अब मिडिल ईस्ट में हर अमेरिकी उनके निशाने पर हो सकता है। इसी बीच अमेरिका ने विदेशों में रह रहे अपने नागरिकों और विदेशों की यात्रा कर रहे अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइज़री जारी की है।
अमेरिका विदेश मंत्रालय ने विदेशों में रहने वाले अपने नागरिकों के लिये वैश्विक सुरक्षा एडवाइज़री जारी करते हुए उन्हें ज़्यादा सतर्क रहने की सलाह दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी नोटिस में कहा गया है कि "इज़रायल और ईरान के बीच युद्ध के कारण पूरे मिडिल ईस्ट में यात्रा बाधित हुई है और समय-समय पर एयरस्पेस भी बंद किया गया है। विदेशों में अमेरिकी नागरिकों और उनके हितों के खिलाफ प्रदर्शन की आशंका है। इसलिए दुनिया भर के अमेरिकी नागरिकों को ज़्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। साथ ही जो लोग विदेशों की यात्रा कर रहे हैं उन्हें भी ज़्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।"
अमेरिका के ईरानी परमाणु ठिकानों पर बमबारी करने के बाद अब इस बात की आशंका जताई जा रही है कि ईरान, मिडिल ईस्ट में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला कर सकता है। बहरीन, कतर, इराक, सीरिया, कुवैत और यूएई में अमेरिकी सैन्य ठिकाने हैं। इराक में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरान के हमला करने की सबसे ज़्यादा आशंका है।
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