Pakistan-Balochistan Conflict: पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए बलूचिस्तान तैयार है। हालांकि उसे इसके लिए भारत से एक बड़ी मदद चाहिए।
पाकिस्तान (Pakistan) का प्रांत बलूचिस्तान (Balochistan) अब उसके लिए गले की फांस बन चुका है। बलूचिस्तान के ज़्यादातर निवासी खुद को पाकिस्तान का हिस्सा नहीं मानते। बलूचों के दिल और दिमाग में पाकिस्तानी सरकार और सेना के प्रति नफरत है। समय-समय पर बलूच अलगाववादी पाकिस्तानी सेना और पुलिस को निशाना बनाते हैं। बलूच नेता तो बलूचिस्तान की पाकिस्तान से आज़ादी का भी ऐलान कर चुके हैं। सभी मुख्य बलूच नेता दुनियाभर से मान्यता और समर्थन की मांग कर रहे हैं। हालांकि बलूच नेता सबसे पहले भारत (India) से समर्थन चाहते हैं। इसी बीच बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट के कमांडर चीफ ने भारत से एक बड़ी मांग कर दी है।
बलूचिस्तान आधिकारिक रूप से पाकिस्तान से आज़ाद होना चाहता है। हालांकि ऐसा करना आसान नहीं है। इसी बीच बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट के कमांडर चीफ डॉ. अल्लाह नज़र बलूच ने कहा, "हम पाकिस्तान से आज़ादी चाहते हैं। इसके लिए हमें भारत की मदद की ज़रूरत है। भारत बस अगर हमें हथियार दे दे, तो हम पाकिस्तान को सबक सिखा देंगे और आज़ादी ले लेंगे।"
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पाकिस्तानी सरकार की तरफ से बलूचिस्तान की उपेक्षा की जाती है। वहीं पाकिस्तानी सेना भी बलूचों पर अत्याचार करती है और उनके मानवाधिकारों का हनन करती है। इसी वजह से बलूचिस्तान, पाकिस्तान से आज़ादी चाहता है। पाकिस्तानी सेना किस हद तक बलूचों पर अत्याचार करती है, इसका पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि सेना, आए दिन ही बलूच निवासियों को उनके घर से किडनैप कर लेती है। कभी-कभी तो उनकी हत्या भी कर दी जाती है। इस तरह के मामले आए दिन ही सामने आते हैं और कई मामलों को तो सामने आने ही नहीं दिया जाता।
बलूच लोग अक्सर ही पाकिस्तानी सरकार और सेना के खिलाफ आवाज़ उठाते हैं। विरोध प्रदर्शन करते हैं, जिनमें बच्चों से लेकर बुज़ुर्गो तक सभी शामिल होते हैं।