Bangladesh Unrest: बांग्लादेश में चल रही उथल-पुथल के बीच जहाँ शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देते हुए देश छोड़ दिया, वहीं उनकी पार्टी के एक अन्य सदस्य ने भी ऐसा करने की कोशिश की। लेकिन वो कोशिश कामयाब नहीं हो सकी।
बांग्लादेश (Bangladesh) में शेख हसीना (Sheikh Hasina) के पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं। आरक्षण मुद्दे पर शुरू हुआ विवाद और विरोध प्रदर्शन अब आरक्षण के मुद्दे से आगे बढ़ चुका है और बेहद ही गंभीर हो चुका है। देश में दंगे और हिंसा बहुत ज़्यादा बढ़ गई हैं। बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं पर तो मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। कट्टरपंथी दंगाई हिंदुओं की हत्या कर रहे हैं, उनके घरों और दुकानों में तोड़फोड़ के साथ आग लगा रहे हैं, महिलाओं के साथ रेप कर रहे हैं। इतना ही नही, शेख हसीना की पार्टी के कई नेताओं की भी हत्या कर दी गई है और साथ ही दूसरे नेताओं पर भी खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में अवामी लीग पार्टी के कई सदस्य बांग्लादेश छोड़ने की फिराक में हैं। ऐसा करते हुए एयरपोर्ट से बांग्लादेश के पूर्व विदेश मंत्री को हिरासत में ले लिया गया है।
हसन महमूद को लिया गया हिरासत में
बांग्लादेश के पूर्व विदेश मंत्री और अवामी लीग के संयुक्त महासचिव हसन महमूद को ढाका हवाई अड्डे पर हिरासत में ले लिया गया है। हसन देश छोड़ने की फिराक में थे। लेकिन एयरपोर्ट पर ही हसन को हिरासत में ले लिया गया और सेना को सौंप दिया गया।
जुनैद अहमद पलक को भी देश छोड़ने से रोका
इससे पहले पूर्व डाक, दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जुनैद अहमद पलक को हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया था। जुनैद भारत जाने की फिराक में थे। उन्हें विमान पर चढ़ने नहीं दिया और आव्रजन हिरासत में ले जाया गया।
यह भी पढ़ें- नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को चुना गया बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का लीडर