9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को चुना गया बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का लीडर

Bangladesh Interim Government: शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अब बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनेगी। इस अंतरिम सरकार का लीडर नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को चुना गया है।

2 min read
Google source verification
Muhammad Yunus

Muhammad Yunus

बांग्लादेश (Bangladesh) में शेख हसीना (Sheikh Hasina) के पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद हालात और बिगड़ गए हैं। जिस आरक्षण मुद्दे पर विवाद और विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था, बात उससे काफी आगे बढ़ गई है। देश में दंगे और हिंसा बहुत ज़्यादा बढ़ गई हैं। बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं पर तो मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। कट्टरपंथी दंगाई हिंदुओं की हत्या कर रहे हैं, उनके घरों और दुकानों में तोड़फोड़ के साथ आग लगा रहे हैं, महिलाओं के साथ रेप कर रहे हैं। इतना ही नही, शेख हसीना की पार्टी के कई नेताओं की भी हत्या कर दी गई है और साथ ही पीएम आवास समेत कई नेताओं के घरों से लूटपाट भी की जा रही है। देश में स्थिति को सुधारने के लिए जल्द ही अंतिम सरकार का गठन होगा और अब उसके लिए लीडर का भी ऐलान हो गया है।

मुहम्मद यूनुस होंगे बांग्लादेश के अंतरिम लीडर

पहले अनुमान लगाया जा रहा था कि बांग्लादेश में सैन्य शासन लागू होगा। लेकिन अब साफ हो चुका है कि फिलहाल के लिए देश में अंतरिम सरकार बनेगी। इस सरकार के लीडर के तौर पर मुहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) को चुना गया है। 84 वर्षीय यूनुस के बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का लीडर बनने का फैसला राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन (Mohammed Shahabuddin) की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में लाया गया और इस फैसले को यूनुस के साथ ही प्रदर्शनकारियो और दंगाइयों के गुटों के मुख्य लोगों ने भी स्वीकार कर लिया है।

नोबेल पुरस्कार विजेता है यूनुस

यूनुस नोबेल पुरस्कार विजेता भी है। 2006 में यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार मिला था। यूनुस ने गाँवों में रहने वाले कई गरीबों को छोटे-छोटे क़र्ज़ दिलाकर गरीबी से बाहर निकालने में मदद की थी और इसी वजह से यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार मिला था।

शेख हसीना और यूनुस में लंबे समय से रही है तकरार

शेख हसीना और यूनुस में काफी समय से तकरार रही है। यूनुस ने लंबे समय से शेख हसीना का विरोध किया है। यूनुस पर भ्रष्टाचार और अन्य कई आरोपों के 100 से ज़्यादा अन्य मामले चल रहे हैं और इस वजह से यूनुस फिलहाल बांग्लादेश में नहीं, बल्कि पेरिस में है। वहीं से यूनुस ने बांग्लादेश के अंतरिम लीडर बनने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है।

यह भी पढ़ें- कमला हैरिस ने लिया फैसला, टिम वॉल्ज़ बने उपराष्ट्रपति उम्मीदवार