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Canada PM पद के लिए एक और भारतवंशी सांसद ने ठोका दावा, क्या मिल सकता है हिंदू प्रधानमंत्री 

Canada PM: चंद्रा आर्य कनाडा के टोरंटो में कुछ महीनों पहले हुए हिंदू मंदिरों की तोड़फोड़ जैसे मुद्दों पर मुखर रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने (Chandra Arya) खालिस्तानी चरमपंथियों को दोषी ठहराया था।

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भारतवंशी कनाडाई सांसद चंद्रा आर्य

Canada PM: कनाडा में जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफा देने के बाद अब प्रधानमंत्री पद के लिए दावों की झड़ी लग रही है, अभी तक एक भारतवंशी अनीता आनंद (Anita Anand) ने प्रधानमंत्री पद की दावेदारी ठोकी थी तो अब एक और भारतवंशी हिंदू और कानाडाई सांसद चंद्रा आर्य (Chandra Arya) ने प्रधानमंत्री पद की दावेदारी ठोकी है। चंद्रा आर्य पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justine Trudeau) के वफादार माने जाते हैं। हालांकि भारत विरोधी कई मुद्दों पर चंद्रा आर्य ने इसके विरोध में अपनी आवाज उठाते रहे हैं। चंद्रा आर्या ने एक्स पर एक पोस्ट कर अपनी दावेदारी का ऐलान किया है।

X पर पोस्ट करते हुए किया दावा

चंद्रा आर्य ने पोस्ट में लिखा कि "मैं कनाडा का अगला प्रधानमंत्री बनने के लिए चुनाव लड़ रहा हूं, जिससे हमारे देश के पुनर्निर्माण और आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए पहले से ज्यादा कुशल सरकार का नेतृत्व कर सकूं।" आर्य ने कहा कि कनाडा को अब एक ऐसी सरकार की जरूरत है जो बड़े फैसले लेने से ना डरे। क्योंकि ऐसे फैसले ही कनाडा की अर्थव्यवस्था का फिर से खड़ा करेंगे। और सभी कनाडाई लोगों के लिए समान अवसर पैदा करेंगे।

बता दें कि जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में भारत समेत खई देशों के साथ कनाडा के तनावपूर्ण संबंध हो गए हैं।  खालिस्तान मुद्दे से निपटना और भारतीय छात्रों पर वीजा प्रतिबंध ने भारत के साथ इन रिश्तों में और ज्यादा दरार पैदा करने का काम किया है। 

कौन हैं चंद्रा आर्य 

बता दें कि भारतवंशी सांसद चंद्रा आर्य भारत के कर्नाटक के तुमकुर जिले के द्वारलू गाँव के रहने वाले हैं। उन्होंने कर्नाटक विश्वविद्यालय के कौसाली इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज़ से MBA की पढ़ाई की है। इसके बाद 2006 में चंद्रा आर्य कनाडा चले गए। यहां उन्होंने राजनीति में प्रवेश करने से पहले इंडो-कनाडा ओटावा बिजनेस चैंबर के अध्यक्ष के तौर पर काम किया। 

सियासत में कैसे आए?

चंद्रा आर्य ने 2015 के कनाडाई संघीय चुनाव में नेपियन राइडिंग के लिए चुनाव लड़ा, इसमें वो जीत गए और सांसद बन गए। उन्हें 2019 और 2021 के दोनों चुनावों में फिर से चुना गया। सिर्फ इतना ही नहीं चंद्रा आर्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर स्थायी समिति के सदस्य के तौर पर भी काम करते हैं। 2022 में आर्य कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स को अपनी मातृभाषा कन्नड़ में संबोधित करने वाले पहले सांसद बने।

चंद्रा आर्य कनाडा के टोरंटो में कुछ महीनों पहले हुए हिंदू मंदिरों की तोड़फोड़ जैसे मुद्दों पर मुखर रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने खालिस्तानी चरमपंथियों को दोषी ठहराया था। इस मुद्दे पर उन्हें काफी पहचान मिली थी।

पीएम बनने पर क्या करेंगे आर्य 

बता दें कि चंद्रा आर्य ने पीएम बनने के बाद कनाडा के सामने वादों की झड़ी भी लगाई है। उन्होंने आव्रजन को सीमित करने, आतंकवादियों, चरमपंथ और आतंकवादी संगठनों को महिमामंडित करने और समर्थन दिखाने को अपराध घोषित करने, 100,000 से ज्यादा प्रीफ़ैब घरों के ऑर्डर की गारंटी देने, उन्नत तकनीकों के साथ आवास निर्माण में क्रांति लाने और रक्षा निवेश को कनाडा की जरूरतों को सुरक्षित करने को प्राथमिकता देने का प्रस्ताव रखा है। इसके अलावा उन्होंने कंज्यूमर कार्बन टैक्स को खत्मकरने और कनाडा को एक गणराज्य बनाने का वादा किया है।

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