Trump's Another Move For Nobel Peace Prize: शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए अब ट्रंप ने एक और दांव खेला है और दो देशों की सलाह करा दी है। क्या है पूरा मामला? आइए जानते हैं।
अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump), शांति का नोबेल पुरस्कार (Nobel Peace Prize) पाने के लिए कितने आतुर हैं, यह बात किसी से छिपी नहीं है। ट्रंप अक्सर ही अलग-अलग युद्धों को रुकवाने का क्रेडिट लेते रहते हैं। अब ट्रंप ने शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए एक और दांव खेला है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने आर्मेनिया और अज़रबैजान के बीच सलाह कराते हुए शांति समझौते पर दोनों देशों के लीडर्स की सहमति ली।
ट्रंप ने शुक्रवार को आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशिनयान और अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव को व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया। इस दौरान ट्रंप ने दोनों से शांति समझौते पर हस्ताक्षर कराए। दोनों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया और ट्रंप ने दावा किया कि दोनों देशों में अब कभी जंग नहीं होगी।
इस शांति समझौते के आर्मेनिया और अज़रबैजान में विवादित इलाके के लिए एक ट्रांज़िट कॉरिडोर बनाने पर भी सहमति बनी है। इस कॉरिडोर को 'ट्रंप रूट फॉर इंटरनेशनल पीस एंड प्रॉस्पेरिटी' नाम दिया जाएगा। यह कॉरिडोर अज़रबैजान को उसके नखचिवान एंक्लेव इलाके से जोड़ेगा, जो आर्मेनिया से होकर गुज़रेगा।
आर्मेनिया और अज़रबैजान में कई सालों से तनाव चल रहा है और अक्सर ही दोनों देशों के सैनिकों की बॉर्डर पर झड़प भी होती रहती है। हालांकि अब ट्रंप ने दोनों में शांति समझौता कराते हुए यह दावा किया है कि अब दोनों देश कभी भी एक-दूसरे से नहीं लड़ेंगे। ऐसे में आर्मेनिया के प्रधानमंत्री पशिनयान और अज़रबैजान के राष्ट्रपति अलीयेव ने ट्रंप को शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित किया है।