Afghanistan Earthquake: अफगानिस्तान में देर रात भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 6.3 बताई जा रही है। पाकिस्तान और ईरान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
उत्तरी अफगानिस्तान के हिंदू कुश क्षेत्र में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया। पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप उत्तरी अफ़ग़ानिस्तान में 28 किलोमीटर की गहराई पर आया और इसका केंद्र खुल्म से 22 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में, मज़ार-ए-शरीफ़ शहर के पास स्थित था।
भूकंप से 20 लोगों की मौत हो गई और 320 अन्य घायल हो गए। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है। वहीं सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हो रही है, जिनमें सड़कों और गलियों में मलबा नजर आ रहा है।भूकंप में मजार-ए-शरीफ की नीली मस्जिद भी क्षतिग्रस्त हो गई।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के प्रवक्ता मोहम्मदुल्लाह हमद ने कहा कि समांगन प्रांत में पांच लोगों की मौत हुई है और 143 घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकांश घायल उपचार के बाद घर लौट आये हैं।"
विदेशी मीडिया के मुताबिक भूकंप के झटके देर रात आए और अफ़ग़ानिस्तान के काबुल , ईरान के मशहद और पाकिस्तान के इस्लामाबाद तक महसूस किए गए।
बता दें कि शनिवार देर रात को भी भूकंप आया था। इस भूकंप की तीव्रता 4.9 थी। ईएमएससी के मुताबिक आसपास के कई प्रांतों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
इससे पहले 31 अगस्त को हिंदू कुश क्षेत्र में रिक्टर पैमाने पर 6.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके झटके अफ़ग़ानिस्तान की पाकिस्तान से लगती पूर्वी सीमा तक महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र जलालाबाद से 42 किलोमीटर पूर्व-उत्तर-पूर्व में स्थित था। जिसमें 2,200 से अधिक लोग मारे गए - हाल के अफगान इतिहास में यह सबसे घातक भूकंप था।
भूकंप के कारण कुछ इलाकों में भूस्खलन भी हुआ और सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जिससे दैनिक जीवन प्रभावित हुआ। सबसे ज़्यादा हताहत कुनार प्रांत में हुए। अधिकारियों के अनुसार, इन घातक झटकों के बाद 6,700 से ज़्यादा घर तबाह हो गए।
अफ़ग़ानिस्तान भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है और यहाँ अक्सर भूकंप आते रहते हैं। हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला यूरेशियन और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन के पास स्थित है, जिससे भूकंप अधिक आम और घातक हो जाते हैं।